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आठ प्रभारी प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण

देवघर :झारखंड अधिविद्य परिषद द्वारा जारी इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम देवघर का काफी खराब रहा है. जिले के विभिन्न विद्यालयों का परीक्षा परिणाम अत्यंत निम्न स्तर का होने के कारण जिला शिक्षा पदाधिकारी देवघर ने आठ प्लस टू स्कूलों के प्रभारी प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण पूछा है. प्रभारी प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछे जाने के साथ-साथ विद्यालय में […]

देवघर :झारखंड अधिविद्य परिषद द्वारा जारी इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम देवघर का काफी खराब रहा है. जिले के विभिन्न विद्यालयों का परीक्षा परिणाम अत्यंत निम्न स्तर का होने के कारण जिला शिक्षा पदाधिकारी देवघर ने आठ प्लस टू स्कूलों के प्रभारी प्रधानाध्यापकों से स्पष्टीकरण पूछा है.
प्रभारी प्रधानाध्यापक से स्पष्टीकरण पूछे जाने के साथ-साथ विद्यालय में कार्यरत सभी शिक्षकों का कंडिकावार स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है. विभागीय पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि परीक्षाफल चिंता का विषय है. यह प्रभारी प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों की लापरवाही को प्रमाणित करता है. निर्धारित अवधि तक जिला कार्यालय को स्पष्टीकरण का जवाब नहीं मिलता है तो एक वेतनवृद्धि की कटौती करते हुए विभाग को एकतरफा कार्रवाई के लिए पत्र लिखा जायेगा.
किस विद्यालय में कितना प्रतिशत औसत रिजल्ट
विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो अंची देवी बालिका सर्राफ प्लस टू विद्यालय मधुपुर का औसत रिजल्ट 64 फीसदी रहा. प्लस टू विद्यालय बभनगामा का औसत रिजल्ट 44 फीसदी, आरमित्रा प्लस टू विद्यालय देवघर का औसत रिजल्ट 63 फीसदी, रानी मंदाकिनी प्लस टू विद्यालय करौं का औसत रिजल्ट 32 फीसदी, प्लस टू विद्यालय मोहनपुर का औसत रिजल्ट 47 फीसदी, प्लस टू विद्यालय सारवां का औसत रिजल्ट 63 फीसदी, श्रीमती अनारकली प्लस टू विद्यालय पालोजोरी का औसत रिजल्ट 30 फीसदी एवं उत्क्रमित प्लस टू विद्यालय देवीपुर का औसत रिजल्ट 45 फीसदी रहा.
किस-किस बिंदु पर मांगा गया है जवाब
पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष परीक्षाफल में गिरावट क्यों आयी
शिक्षक के नियुक्ति के बाद भी विद्यालय का परीक्षाफल निम्न स्तर का होने का क्या कारण है
आपके विद्यालय में प्लस टू के छात्रों की उपस्थिति नगण्य क्यों होती जा रही है
विद्यालय में छात्रों की शत प्रतिशत उपस्थिति के लिए क्या उपाय किया गया है
परीक्षाफल खराब होने का मतलब कार्यरत शिक्षकों द्वारा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं दिया जा रहा है. वैसे शिक्षकों के विरूद्ध विभागीय कार्रवाई के लिए प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा कार्यालय को क्यों नहीं जानकारी दी गयी.

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