भूमि संरक्षण कार्यालय द्वारा प्रस्तुत की गयी रिपोर्ट के अनुसार निर्धारित लक्ष्य 4,000 में महज 2200 डोभा का निर्माण जेसीबी मशीन से कराया गया है.
कुल मिलाकर मजदूरों के आगे मशीन भी डोभा निर्माण में पीछे पाया गया. डीसी ने असंतोष प्रकट करते हुए भूमि संरक्षण के पदाधिकारी व प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया गया, साथ ही मनरेगा व भूमि संरक्षण से कुल 10 हजार डोभा बारिश पूरी तरह होने से पहले बनाने का निर्देश दिया गया.
बैठक में डीसी ने मनरेगा के खर्चों को भी बढ़ाने के लिए कहा गया व एनआरइपी व जिला परिषद से संचालित योजनाओं को समय पर पूर्ण करने का निर्देश दिया. बैठक में बताया गया कि लघु सिंचाई विभाग से गांवों में प्रत्येक जल संसाधन का सर्वे किया जायेगा. इसके लिए 17 जून को पीटीआइ में सभी पंचायत सेवकों को प्रशिक्षण दिया जायेगा. साथ ही सामाजिक व आर्थिक पर्यवेक्षण की भी जानकारी दी गयी. इस अवसर पर डीडीसी मीना ठाकुर, डीपीओ राजीव रंजन, मनरेगा प्रभारी आशुतोष कुमार, लघु सिंचाई विभाग के कार्यपालक अभियंता मो सरफराज व भूमि संरक्षण पदाधिकारी रामकुमार सिंह आदि थे.