देवघर : देवघर में शिक्षक नियुक्ति फर्जीवाड़ा मामला में संताल परगना आयुक्त के सचिव व स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड सरकार के संयुक्त सचिव के निर्देशानुसार जांच एवं सुनवाई की जानी है. जांच व सुनवाई के दौरान परिवादकर्ता व कर्मियों को अपना पक्ष रखना है.
लेकिन, संताल परगना के क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक के पास जांच व सुनवाई के लिए पर्याप्त समय नहीं है. जांच व सुनवाई के लिए 17.05.2016 को तिथि निर्धारित की गयी थी लेकिन, अपरिहार्य कारण से टाल दी गयी. पुन: 25.05.216 की तिथि तय की गयी. निश्चित तिथि को परिवादकर्ता सहित जिले के पदाधिकारी व कर्मी आदि मौजूद थे, लेकिन क्षेत्रीय शिक्षा उप निदेशक के नहीं पहुंचने के कारण जांच स्थगित कर दी गयी.
अब कोई नयी तिथि तय नहीं की गयी है. ऐसे में सवाल उठने लगा है कि शिक्षक नियुक्ति में फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद भी विभाग के अधिकारी जांच व सुनवाई के लिए क्यों गंभीर नहीं हैं. परिवादकर्ता सहित पदाधिकारी व कर्मी का पक्ष क्यों नहीं सुना जा रहा है. क्या जांच व सुनवाई के नाम पर महज औपचारिकता पूरी की जा रही है?