देवघर : दसवीं व 12वीं की परीक्षा होने वाली है. इसे लेकर छात्र-छात्राएं परीक्षा की तैयारी में जुटे हैं. परीक्षा की तैयारी में कितने घंटे पढ़ाई करना उचित होगा. इन बातों पर विस्तार से जानकारी देने शनिवार को प्रभात परिचर्चा में एमबीए में गोल्ड मेडलिस्ट व टयूटर एकता रानी उपस्थित हुईं.
श्रीमती रानी ने कहा कि परीक्षा से पहले अपनी तैयारी को बरकरार रखने के लिए छात्रों का स्वस्थ होना आवश्यक है. छात्रों के लिए आठ से दस घंटा नींद जरूरी है. जबकि दस घंटा पढ़ाई में लगाना चाहिए. बदलते मौसम में अगर बच्चे बीमार पड़ जाते हैं तो उनकी तैयारी का लय बाधित हो सकता है.
बच्चों को अपने हेल्थ के लिए पौष्टिक आहार व शुद्ध भेजना लेना चाहिए. घर से बाहर हॉस्टल में रहने वाले बच्चों को परीक्षा से पहले घर आ जाना चाहिए व घर में तैयारी करनी चाहिए. चूंकि हॉस्टल में बच्चों को कपड़े धोना समेत कई कार्य में समय गुजर जाता है. परीक्षा से पहले स्कूल में छुट्टी हो जाती है. अभिभावकों को इस समय बच्चों को घर बुला लेना चाहिए व अपने सानिध्य में परीक्षा की तैयारी करायें. अभिभावकों के सानिध्य में बच्चे रिलेक्स होकर तैयारी कर पायेंगे.
परीक्षा के समय टयूटर के टच में रहें छात्र : श्रीमती रानी ने कहा कि परीक्षा के समय छात्रों को अपने टयूटर के लगातार संपर्क में रहना चाहिए. वैसे परीक्षा के एक माह पहले तक ग्रुप डिस्कस भी आवश्यक है. फाइनल परीक्षा में बच्चों को 40 फीसदी मार्क्स लेना रहता है, उस अनुसार प्राथमिकता के अनुसार पढ़ाई करें. बच्चों को गणित में सारा फामरूला रटना होगा.
निरंतर प्रैक्टिस व टेबल याद रखना जरूरी है. 10 वीं व 12 वीं के छात्रों को जनवरी तक सिलेबस खत्म कर लेना चाहिए. फरवरी से प्रश्नों को हल करने में जुटना होगा. इसके बाद विषयों का रीविजन लाइव मोड में करें. उन्होंने कहा कि छात्र एनसीइआरटी की पुस्तक ही अधिक पढ़ें व मैथ तथा अंग्रेजी में पकड़ बनाये रखें.