चितरा: कोलियरी के क्षेत्रीय कार्यालय के मुख्य द्वार पर संयुक्त ट्रेड यूनियन मोरचा की ओर से विरोध दिवस मनाया गया. कोलियरी प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए यूनियन प्रतिनिधियों ने वरीय कार्मिक प्रबंधक को 12 सूत्री मांग पत्र सौंपा. पूर्व स्पीकर अध्यक्ष शशांक शेखर भोक्ता, राज्य सभा के पूर्व सांसद आर सी सिंह, एचएमएस के महामंत्री एस के पाण्डेय ने सभा को संबोधित भी किया. पूर्व स्पीकर ने कहा कि कोलियरी प्रबंधन द्वारा मजदूरों का शोषण किया जा रहा है.
जिससे मजदूरों में भय और आतंक का माहौल है. कोलियरी के एजेंट द्वारा मजदूरों को लगातार धमकी दी जा रही है व विरोध जताने पर उन्हें अन्यत्र स्थानांतरण कर दिया जाता है. इसे कभी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. उन्होंने यह भी कहा कि मजदूरों में चिंगारी भड़क रही है. प्रबंधन सीआईएसएफ का प्रयोग मजदूरों को डराने के लिए कर रहा है. कोलियरी कुआं बन चुका है जिससे कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है. प्रबंधन ने गोचर जमीन काट लिया है.
एचएमएस के महामंत्री एस के पांडेय ने कहा कि चितरा कोलियरी में मजदूरों का दमन चक्र चल रहा है. प्रबंधन को मजदूरों के हित का ख्याल रखना चाहिए.
पूर्व सांसद आरसी सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार कोयला खदानों को प्राइवेट करने जा रही है. कार्यक्रम का संचालन एटक नेता पशुपति कोल ने किया. इसके अलावे झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन के अध्यक्ष उदेश्वर मुर्मू देशमांझी, इंटक सचिव योगेश राय, एसएमएस अध्यक्ष अरुण पाण्डेय, सचिव राजेश राय, सीटू सचिव रामदेव सिंह, उपाध्यक्ष पुरण सिंह, केशव नारायण सिंह ने भी सभा को सम्बोधित किया. मौके पर सचिन राय, होपना मराण्डी, शिवचरण टुडू, कृष्णा मरांडी, प्रदीप सिंह आदि उपस्थित थे.