देवघर: मोहनपुर एमएमएस कांड में प्राथमिकी हुए 96 घंटे बीत गये. अब तक पुलिस इस कांड के घटनास्थल (गेस्ट हाउस) का पता नहीं कर पायी है. वहीं आरोपित का भी कोई सुराग पुलिस नहीं खोज सकी है. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद नगर पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है.
इस कांड में पुलिस का रवैया ही कुछ उदासीन दिख रहा है. एक तो घटनास्थल को लेकर मामला मोहनपुर थाने व नगर थाने के बीच झूलता रहा. इसी बीच मामले के आरोपित तक कांड के थाना पहुंचने की भनक लगी और आरोपित अंडरग्राउंड हो गया. जबकि जानकार बताते हैं कि पीड़ित पक्ष देश के किसी भी थाने में अपनी रिपोर्ट दर्ज करा सकता है. मामला दर्ज होने के बाद जिस इलाके की घटना हो वहां संबंधित थाना प्राथमिकी ट्रांसफर करेंगे.
हालांकि इसके पूर्व भी देवघर जिले में कई बार प्राथमिकी दर्ज कराने में इस तरह का मामला देखने को मिला है. बताते चलें कि एमएमएस कांड की पीड़िता ने नगर थाने में कांड संख्या 777/13 भादवि की धारा 376, 385 व 66 आइटी एक्ट के तहत मोहनपुर थाना क्षेत्र के योगिया गांव निवासी निरंजन मंडल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी थी. आरोपित पर पीड़िता ने दुष्कर्म कर एमएमएस बनाने, ब्लैकमेलिंग कर 50 हजार रुपये मांगने व जान मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था. मामले में कहा गया था कि आरोपित ने घटना देवघर के एक गेस्ट हाउस में अंजाम दिया था. उक्त गेस्ट हाउस के बाहर कुत्ते से सावधान का बोर्ड भी लगा हुआ था.
कुत्ते से सावधान वाला गेस्ट हाउस है कुंडा में
सूत्रों के अनुसार, कुत्ते से सावधान का बोर्ड लगा एक गेस्ट हाउस कुंडा थाना क्षेत्र में है. यह गेस्ट हाउस बहुत बड़ा है. पुलिस उक्त गेस्ट हाउस के सत्यापन के लिए जाने वाली है. पुलिस को यह भी गुप्त रुप से सूचना मिली है कि उक्त गेस्ट हाउस में अनैतिक कार्य के लिए किराये पर कमरा भी आसानी से मिल जाता है. पुलिस उक्त गेस्ट हाउस के संचालक को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर सकती है.