गिरोह में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए अब तक चार राज्यों की पुलिस की छापेमारी घोरमारा व आपास के इलाकों में हो चुकी है. तकनीकी लोकेशन के आधार पर कोलकाता, कानपुर, राजस्थान व महाराष्ट्र की पुलिस ने घोरमारा में गिरोह के ठिकानों में छापेमारी की थी. हालांकि इसमें चार राज्यों की पुलिस को को सफलता हाथ नहीं लगी थी.
अब सवाल यह उठ रहा है कि चार राज्यों की पुलिस को जब घोरमारा इलाके में इस क्राइम की जानकारी थी, तो स्थानीय मोहनपुर थाने की पुलिस ने अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की. सोमवार को हजारीबाग की पुलिस को इन अपराधियों को पकड़ने के लिए घोरमारा आना पड़ा. हालांकि नगर थाने की पुलिस ने सहयोग किया. लेकिन घोरमारा व त्रिकुट के आसपास जंगलों में बेखौफ डेढ़ वर्ष से चल रहे यइ क्राइम को रोकने के लिए स्थानी थाने की पुलिस ने कोई बड़ा कदम नहीं उठाया. जिसका वजह है कि साइबर अपराध का विस्तार इस इलाके में होता गया.