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श्रवणी मेला में भी नहीं सुधरी बिजली व्यवस्था, विभाग के दावे फेल
देवघर : श्रवणी मेले के पांचवें दिन ही बिजली विभाग निर्बाध बिजली आपूर्ति के नाम पर हाफना शुरू कर दिया है. फुल लोड बिजली की आपूर्ति के बाद भी मेला क्षेत्र, रूट लाइनिंग एवं अन्य हिस्सों में बार-बार लोड शेडिंग एवं ट्रीपिंग की समस्या बरकरार है. श्रवणी मेले में निर्बाध बिजली आपूर्ति का दावा करने […]
देवघर : श्रवणी मेले के पांचवें दिन ही बिजली विभाग निर्बाध बिजली आपूर्ति के नाम पर हाफना शुरू कर दिया है. फुल लोड बिजली की आपूर्ति के बाद भी मेला क्षेत्र, रूट लाइनिंग एवं अन्य हिस्सों में बार-बार लोड शेडिंग एवं ट्रीपिंग की समस्या बरकरार है.
श्रवणी मेले में निर्बाध बिजली आपूर्ति का दावा करने वाले विभागीय पदाधिकारियों को अभी कोई जवाब नहीं सूझ रहा है. मेला के पहले करीब दो माह तक लगातार मेंटनेंश के नाम पर बिजली की कटौती की गयी थी.
लोगों को उम्मीद जगी कि मेला के दौरान निर्बाध बिजली की आपूर्ति होगी. लेकिन, हालात में सुधार होने की बजाय लोग अब ठगा महसूस कर रहे हैं. बोर्ड के वरीय अधिकारियों से लेकर स्थानीय पदाधिकारियों के दावों की पोल इस बार श्रवणी मेले में खुल गयी.
बुधवार को एमआरटी चौक (विद्युत विभाग के समीप) एवं आंबेडकर चौक पर क्षमता बढ़ाने के लिए 100 केवीए ट्रांसफॉर्मर की जगह 200 केवीए ट्रांसफॉर्मर लगाया गया. ट्रांसफॉर्मर बदलने की वजह से शाम छह बजे से रात करीब दस बजे तक बिजली की आपूर्ति बाधित रही. शट डाउन की वजह से रूट लाइनिंग के अधिकांश हिस्सों में अंधेरा पसरा रहा.
मंगलवार को भी डाबरग्राम से देवघर कॉलेज का 33 केवीए लाइन करीब एक घंटे तक ब्रेक डाउन रहा. अंतत: मोहनपुर फीडर में शिफ्ट कर बिजली की आपूर्ति बहाल की गयी. बजरंगी चौक पर भी मंगलवार की रात से बुधवार की सुबह तक बिजली गुल रही.
ट्रीपिंग ने बढ़ायी परेशानी
निर्बाध बिजली आपूर्ति के नाम पर ट्रीपिंग का नया खेल शुरू हो गया है. एक घंटे में औसतन आठ से दस बार ट्रीपिंग हो रही है. यह समस्या रूट लाइनिंग, मेला क्षेत्र सहित नगर निगम के अधिकांश हिस्सों में बरकरार है.
ट्रीपिंग के कारण होटल व्यवसाय, उद्योग-धंधा प्रभावित हुआ है. हालांकि बोर्ड के अधिकारियों के साथ-साथ स्थानीय पदाधिकारियों ने भरोसा दिलाया था ट्रांसफॉर्मर से ओवर लोड खत्म कर दिया गया है. ट्रीपिंग की समस्या नहीं होगी. बावजूद बोर्ड एवं स्थानीय पदाधिकारियों के दावे हवा-हवाई हो गयी है.
मेला में भी अंधेरा
बाबा पर जलाभिषेक के लिए कतारबद्ध होने वाले कांवरियों के लिए नेहरू पार्क से तिवारी चौक, बीएड कॉलेज, विधु भूषण सरकार रोड, बरमसिया चौक, कुमोदिनी घोष रोड, नंदन पहाड़, सिविल लाइन, कालीबाड़ी, बेलाबगान, दुर्गाबाड़ी तक पंडाल लगाया गया है. लेकिन, पंडाल में अधिकांश जगहों पर सीएफएल अथवा बल्ब नहीं है. नतीजा पंडाल के अधिकांश हिस्सों में अंधेरा पसरा हुआ है.
कांवरियों को अंधेरे में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. रूट लाइनिंग में रोशनी का पुख्ता इंतजाम के लिए विद्युत विभाग यह कह कर हाथ खड़ा कर रहा है कि सीएफएल अथवा बल्ब लगाने का काम नगर निगम का है.
निगम निगम का दो टूक जबाव है कि पंडाल में सभी जगहों पर रोशनी का इंतजाम है. कांवरियों की असुविधा को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि विद्युत विभाग एवं नगर निगम के बीच को-ऑडिनेशन का घोर अभाव है.
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