देवघर: नगर निगम के प्रधान सहायक बद्री नारायण झा का मामला सोमवार को नगर थाना पहुंचा. इस संबंध में निगम के सीइओ अलोइस लकड़ा ने प्रतिवेदन देकर थाना प्रभारी से श्री झा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया है.
आरोप है कि उपलब्ध साक्ष्य के आधार पर उनकी वास्तविक जन्म तिथि 16.04.1949 है, जबकि वे सेवा पुस्तिका में जन्म तिथि 01.01.1956 दर्ज कर सेवा में बने हुए हैं. वास्तविक जन्म तिथि के आधार पर उन्हें 30.04.09 को सेवानिवृत्त होना था. 1968 में आरमित्र प्लस-टू में वार्षिक माध्यमिक परीक्षा में वे शामिल हुए थे जिसमें अनुत्तीर्ण हुए थे.
हालांकि सेवा पुस्तिका में उन्होंने बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना द्वारा प्रदत्त माध्यमिक परीक्षा उत्तीर्ण जन्म प्रमाणपत्र दर्शाया गया है. इस प्रकार श्री झा फर्जी प्रमाण-पत्र पर प्रधान सहायक के रूप में पदासीन हैं. उनके द्वारा 01.01.1956 के जन्म तिथि के संबंध में दावे के कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं हैं. इस संबंध में शिकायत पाकर डीसी ने इस मामले की जांच करायी. जांच में मामला सही मिलने पर डीसी ने प्राथमिकी दर्ज कराने का निर्देश दिया. उनके द्वारा निर्गत आदेश के आलोक में सीइओ ने प्रतिवेदन थाने को भेजा है. थाना प्रभारी बिरजु गंझू ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि सीइओ का प्रतिवेदन मिला है. मंगलवार को एसपी से विचार-विमर्श के पश्चात प्राथमिकी दर्ज करायी जायेगी.