इससे पूर्व रेलवे के अधिकारी सहित असिस्टेंट कमांडेंट चोक्का रघुवीर के नेतृत्व में आरपीएफ के इंस्पेक्टर डीके पांडे, मनोज कुमार सहित एक दर्जन पुलिस बल के अलावा स्थानीय पुलिस दंडाधिकारी प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश्वर सिन्हा, सांख्यिकी पदाधिकारी अरविंद कुमार ओवरब्रिज के नीचे का रास्ता बंद करने के लिए पहुंचे थे. रेल अधिकारियों की माने तों विभाग के आदेशानुसार इस रास्ते को अविलंब बंद करना है.
उन्होंने ग्रामीणों को लीला मंदिर की ओर से पुल के माध्यम से जाने की सलाह दी है. इधर, स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि लीला मंदिर की ओर से पुल के रास्ते से दुर्घटना की संभावना अत्यधिक है. रास्ता बंद हो जाने से करीब पांच हजार की आबादी वाला क्षेत्र प्रभावित होगा. काफी देर विरोध के बाद ग्रामीण व रेलवे अधिकारियों में वार्ता का माहौल बना. उसके बाद मलहारा के मुखिया इंदर महथा के नेतृत्व में ग्रामीणों ने रेलवे अधिकारियों को मांग पत्र सौंपा. मांग पत्र में लीला मंदिर के समीप मोड़ व सड़क चौड़ीकरण किया जाये, बंदरा के पास रेलवे फाटक बनाया जाये अथवा 500 मीटर के अंतराल पर एक रेलवे फाटक दिया जाये आदि रखा गया. रेलवे अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों की मांगों को वरीय अधिकारियों के पास भेज दिया जायेगा. इस मौके पर मधुपुर रेलवे एएन अमृश मोहन, मलहारा पंचायत के मुखिया इंद्र माहथा सहित अन्य मौजूद थे.