देवघर: मोहनपुर थाना के महज 50 कदम की दूरी पर स्थित मरीकडीह गांव में विवाहिता सपना देवी उर्फ नेहा (27) को ससुराल वालों द्वारा दहेज के खातिर जला कर हत्या करने का मामला सामने आया है. मायके वालों का आरोप है कि शादी के बाद से ही सपना को ससुराल वाले प्रताड़ित करते थे. सपना के पति पंकज सिंह सहित भैंसुर राकेश सिंह, ससुर विनोद सिंह व सौतेली सास सुशीला देवी अक्सर धमकी देती थी कि मायके वाले पांच लाख दहेज नहीं देंगे तो वे लोग उसे जान से मार देंगे. इसकी सूचना सपना ने मायके वालों को फोन पर दी थी.
दहेज की मांग पूरी नहीं होने पर सोमवार को ससुराल वालों ने सपना को केरोसीन तेल छिड़क कर जला दिया. आसपास के लोगों से इसकी सूचना पाकर मायके के लोग सपना के ससुराल पहुंचे. आनन-फानन में उसे सदर अस्पताल लाया, जहां ऑन डय़ूटी डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इस संबंध में मृतका के पिता रतुरा गांव निवासी (बसंत कुमार दे लेन निवासी) बासुकी राउत ने मोहनपुर थाने में आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है. पुलिस ने मृतका के ससुर व भैंसुर को गिरफ्तार कर लिया है. सास की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी जारी है.
2011 में हुई थी शादी
मृतका के पिता ने कहा है कि सपना की शादी 08.05.11 को मरीकडीह निवासी शिक्षक विनोद सिंह के पुत्र पंकज के साथ की थी. पंकज जैप में कांस्टेबल हैं. वर्तमान में उसकी पोस्टिंग जैप-5 में है. शादी के वक्त उन्होंने हैसियत से बढ़ कर दहेज भी दिया था. बावजूद पुत्री को ससुराल वालों ने प्रताड़ित करना नहीं छोड़ा.
पति की गिरफ्तारी की मांग पर जाम
मृतका के मायके वालों ने उसके आरोपित पति पंकज सिंह की गिरफ्तारी की व मृतका के डेढ़ वर्षीय बच्ची को दिलाने की मांग को लेकर सदर अस्पताल के सामने शव के साथ सड़क जाम कर दिया. उक्त मार्ग पर करीब 40 मिनट तक आवागमन बाधित रहा. मृतका के मायके पक्ष की महिलायें भी जाम में शामिल होकर विलाप कर रही थी. इसकी सूचना मिलते ही एसडीपीओ अनिमेष नैथानी सहित मोहनपुर थाने के एसआइ केपी राम, नगर थाने के एएसआइ सूर्यजीत सिंह, अमरेंद्र सिंह, बीके पांडेय, अरविंद कुमार, दशरथ सिंह सशस्त्र बलों के साथ पहुंचे और कार्रवाई का आश्वासन देकर जाम हटवाया.
मृतका के ससुर-भैंसुर पर मायके वालों का फूटा आक्रोश
परिजनों ने कहा, सपना को जब अस्पताल लाया गया था तब उसके पति पंकज भी कुछ वक्त के लिये सदर अस्पताल आये थे. हालांकि माहौल बिगड़ता देख वे खिसक गये. शाम करीब साढ़े पांच बजे पंकज के बड़े भाई राकेश व पिता विनोद सिंह अस्पताल पहुंचे. तब तक सपना के मायके पक्ष की काफी भीड़ लग गयी थी. दोनों को देखते ही लोग आक्रोशित हो गये. पहले दोनों के साथ हाथापाई की. पुलिस ने तत्परता से काम लिया और दोनों को हिरासत में लेकर नगर थाना पहुंचा दिया. राकेश व विनोद कह रहे थे कि घर में शॉट सर्किट के कारण आग लगी.