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मुआवजे की मांग, आश्रित बैठे आमरण अनशन पर
देवघर: डुमरथर में हुई सड़क दुर्घटना में एक दर्जन लोगों की मौत हो गयी थी. दुर्घटना में मारे गये लोगों के आश्रित व परिजनों ने मुआवजा की मांग को लेकर बुधवार को समाहरणालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठे रहे. उनमें दो-तीन छोटे बच्चे व महिलाएं भी शामिल थी. दिन भर चली गरम हवा व […]
देवघर: डुमरथर में हुई सड़क दुर्घटना में एक दर्जन लोगों की मौत हो गयी थी. दुर्घटना में मारे गये लोगों के आश्रित व परिजनों ने मुआवजा की मांग को लेकर बुधवार को समाहरणालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठे रहे. उनमें दो-तीन छोटे बच्चे व महिलाएं भी शामिल थी. दिन भर चली गरम हवा व चिलचिलाती धूप के बीच आश्रित अनशन पर बैठे रहे. इस बीच प्रशासनिक पदाधिकारी अपने सरकारी वाहन पर सवार होकर उक्त स्थल से गुजरते रहे. मगर कोई सुधि लेने वाला नहीं था.
विधायक ने मुआवजा दिलाने का दिया था आश्वासन : पीड़ित परिवार के मुखिया महेंद्र यादव ने कहा कि घटना के बाद विधायक नारायण दास समेत एसडीओ, एसडीपीओ ने घटनास्थल पर मुआवजा स्वरूप सरकारी राशि व योजनाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया था. मगर एक माह बाद भी राशि व योजना का लाभ न मिलने से परिवार के सदस्य दुखी होकर अनशन पर बैठने को मजबूर हो गये.
सांसद ने तो हाल तक नहीं पूछा : पीड़ित ने कहा क्षेत्र के सांसद निशिकांत दुबे तो घटना के बाद देवघर आये व रहे भी. मगर एक पल के लिए हाल तक पूछने नहीं आये.
पीएम व सीएम को भेजा था रडिस्टर्ड डाक : हालांकि मुआवजा के लिए पीएम, सांसद, सीएम, राज्यपाल, कृषि मंत्री, श्रम मंत्री, विधायक नारायण दास आदि को रडिस्टर्ड डाक से मदद की गुहार लगायी. मगर किसी ने मदद के लिए कोई पहल नहीं की. हालांकि प्रतिपक्ष के नेता विधायक प्रदीप यादव ने विधानसभा में हमारी समस्या को रखा. मगर मदद नहीं मिली.
देर शाम तबियत बिगड़ी : देर शाम लगभग पांच-सवा पांच बजे परिवार के घर के मुखिया महेंद्र यादव की तबियत बिगड़ने लगी. वो बेहोश हो गये. उधर सूचना पाकर डीसी अमीत कुमार ने सीओ से संदेश भिजवा कर मिलने की इच्छा जतायी. संध्या समय सीओ के साथ पीड़ित परिवार के सदस्य समाहरणालय स्थित डीसी अमीत कुमार से मिलने उनके चेंबर पहुंचे. डीसी ने परिवार की समस्याओं को सुनने के बाद कहा कि आपके दु:खों के लिए मन में पूरी संवेदना है. मुख्यमंत्री राहत कोष से आप लोगों को सहायता दिलाने को लेकर प्रधान सचिव को लिखित जानकारी मुहैया करा दी है. थोड़ा विलंब है. मगर उम्मीद है आपको राहत मिलेगी. इसके लिए वे अपने स्तर से दोबारा बातें करेंगे. फिलहाल आपके परिवार के लिए 50 किलो अनाज, परिवार के सदस्यों के लिए इंदिरा आवास व विधवा पेंशन दिये जाने की बात कही. इसके लिए 15-20 दिन समय लगने की बात कही. मगर फिलहाल आप सभी अनशन तोड़ कर घर लौट जायें. सीओ शैलेश कुमार ने कहा कि वे समस्याओं को जानने के लिए गुरूवार को पीड़ित परिवार के घर आंधरीगादर जायेंगे व समस्याओं का समुचित समाधान करेंगे.
नहीं हुआ निदान तो फिर बैठेंगे अनशन पर
परिवार के सदस्यों ने कहा डीसी के आश्वासन के बाद भी समस्याओं का निदान नहीं निकला तो 15-20 दिनों के बाद पुन: अनशन पर बैठने को बाध्य होंगे.
ये लोग बैठे थे अनशन पर : अनशन पर महेंद्र यादव के अलावा मनोज यादव, संतोष यादव, बिरजू भोक्ता, मुकेश यादव, गीता देवी, लीला देवी, रूकिया देवी, चिंता देवी, सीता देवी आदि बैठे थे. जबकि इनके मदद के लिए संदीप कुमार राय, अकबर अंसारी, गुरूदेव प्रसाद, दिनेश यादव, विनोद यादव, रामचंद्र पुजहर आदि सहयोग में बैठे थे.
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