देवघर/जसीडीह: जसीडीह के रोहिणी स्थित कोतनिया नदी बहियार के पास अपराधी होने के संदेह में ग्रामीणों ने आजसू पार्टी के जिलाध्यक्ष मुकेश सिंह (38) और उनके चालक सोनू शर्मा (19) को पीट-पीट कर मार डाला. उनके वाहन को भी आग के हवाले कर दिया. घटना मंगलवार सुबह की है. मुकेश सिंह देवीपुर प्रखंड की मानपुर पंचायत के मुखिया भी थे. सोनू शर्मा बसुवाडीह स्थित झुनझुनिया बाबा कॉलोनी का निवासी था. घटना के विरोध में आजसू पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शव के साथ देवघर में टावर चौक जाम कर दिया. पार्टी ने झारखंड बंद की चेतावनी दी है.
पहरा दे रहे ग्रामीणों ने रोका
मुकेश अहले सुबह अपने गांव बरगुनिया से देवघर के लिए निकले थे. वह अपनी ससुराल बाघमारी होकर रोहिणी के रास्ते कोल्हाबाद अजान टोले के पास पहुंचे. यहां पर गांव की पहरेदारी कर रहे कुछ लोगों ने उनकी गाड़ी रोक दी. इसी को लेकर विवाद हो गया. इसके बाद लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया. सैकड़ों ग्रामीण वहां जुट गये. भीड़ देख मुकेश अपनी गाड़ी सहित रोहिणी की ओर भागने लगे. पर रेलवे फाटक बंद होने के कारण गाड़ी बैक कर कुमड़ाबाद की तरफ जाने की कोशिश की. इस बीच कोल्हाबाद कोतनिया नदी के पास लोगों ने उनकी गाड़ी घेर ली. दोनों की जम कर पिटाई कर दी. मुकेश और उनके चालक वहीं दम तोड़ दिया.
साजिश में हुई हत्या : पुलिस
सूचना मिलने पर बीडीओ प्यारेलाल समेत जसीडीह इंस्पेक्टर विनोद कुमार वर्मा, नगर इंस्पेक्टर एमआर भार्गव, सार्जेट मेजर सूर्य कुमार सिंह, थाना प्रभारी रामबाबू मंडल, नगर थाना प्रभारी केके साहू, कुंडा थाना प्रभारी रामाशीष बैठा, एएसआइ राजेश प्रसाद, दशरथ सिंह, संजय उरांव सहित काफी संख्या में सशस्त्र पुलिस पहुंचे. आजसू के केंद्रीय सचिव महेश राय सहित दर्जनों कार्यकर्ता, देवघर मुखिया संघ देवघर अध्यक्ष राकेश रंजन बुलबुल व दोनों मृतकों के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस के अनुसार, एकमत होकर साजिश कर दोनों की हत्या की गयी है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. सभी ने पुलिस से अविलंब दोषियों को चिह्न्ति कर गिरफ्तार करने की मांग की है. सदर अस्पताल में सिविल सजर्न की ओर से गठित डॉक्टरों की तीन सदस्यीय टीम ने शवों का पोस्टमार्टम किया.
न्यायिक जांच कराये सरकार : आजसू पार्टी
हत्या को राजनीतिक इरादे से प्रेरित बताते हुए आजसू पार्टी ने घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग की है, ताकि हत्या की वजह का पता चल सके. पार्टी के प्रवक्ता देवशरण भगत ने कहा : हमें यकीन नहीं है कि गलत पहचान के कारण हत्या हुई. ऐसा इसलिए कि मुकेश जिले के एक लोकप्रिय नेता थे और उनकी कार के आगे नेमप्लेट भी था तथा पृष्ठभूमि में आजसू के झंडे का रंग भी था. उनकी कार, ट्रेन गुजरने के कारण रेलवे क्रासिंग पर रुकी हुई थी, जिससे ग्रामीणों को वारदात को अंजाम देने का मौका मिल गया.
तीन नेताओं की हो चुकी है हत्या
श्री भगत ने कहा : हाल के दिनों में मुकेश सिंह आजसू पार्टी के तीसरे ऐसे नेता हैं, जिनकी हत्या हुई है. हाल में पश्चिम सिंहभूम और गुमला जिले में भी दो अन्य नेताओं की हत्या हो चुकी है.