देवघर: बाल सुधार गृह के बंदियों के लिए सितंबर माह से कौशल आधारित सिलाई-कढ़ाई का प्रशिक्षण शुरू किया जायेगा. प्रशिक्षिका को 100 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से प्रत्येक माह अधिकतम 25 दिन का मानदेय भुगतान किया जायेगा.
एडीपीओ संजय कुमार कापरी ने बताया कि बाल सुधार गृह में पचास बंदियों का ग्रुप तैयार कर प्रशिक्षण दिया जायेगा.
काज बनाना, हेम करना, बटन लगाना, फॉल लगाने एवं टेप-कमीज निर्माण के लिए एक-एक माह का प्रशिक्षण दिया जायेगा. पेटी कॉट, फ्रॉक आदि का प्रशिक्षण दो-दो माह का चलाया जायेगा. कौशल आधारित प्रशिक्षण का मूल उद्देश्य बंदियों को अपने पैरों पर खड़ा करना है.