देवघरः मौका था सर्किट हाउस में सांसद के प्रेस कांफ्रेस का. भाजपा का एक कार्यकर्ता आया और सांसद से कहा एसडीएम नहीं आयेंगे. उन्होंने बेतुकी बातें भी कही है. इस पर पोल खुला. दरअसल, एसडीएम देवघर जय ज्योति सामंता के मोबाइल मैसेज से गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे कई दिनों से परेशान थे.
रात को 11 से 12 बजे के बीच कई दिनों से सांसद के मोबाइल पर मैसेज आता रहा. मैसेज मिलने के बाद जब सांसद एसडीएम को उस नंबर कॉल करते थे तो उनका नंबर ही नहीं लगता था. शायद सांसद का नंबर ही एसडीओ ने ब्लैक लिस्ट में डाल रखा था. एसडीएम से मिलने के लिए शनिवार की सुबह ने एसडीएम के घर बुलावा भेजा. बुलाने गये कार्यकर्ता को एसडीएम ने खरी-खोटी सुनायी. इस पर सांसद ने कहा तब तो मैं भी जिद्दी हूं, उससे आज मिलकर ही रहूंगा.
सांसद ने विभिन्न स्रोतों से ट्रैक किया और अंतत: एसडीएम घोरमारा में मिले. सांसद उन्हें ढूंढते-ढूंढते घोरमारा चले गये. वहां सांसद ने उन्हें अपनी गाड़ी में बैठाकर खूब खरी-खोटी सुनायी. एसडीएम को बताया कि सांसद क्या होता है, उसके प्रोटोकॉल क्या हैं. एसडीएम ने इस गलती के लिए खेद प्रकट किया. सांसद ने एसडीएम को प्रोटोकॉल के दायरे में रहने की हिदायत दी.