देवघरः छत्तीसगढ़ के रायपुर से आये बोलबम कांवरिया संघ के सदस्यों ने सतनालीवाला भवन परिसर में प्रेस कांफ्रेंस कर बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड पर चीटिंग कर उनके अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया है. संघ के वरीय सदस्य आनंद चोपकर ने कहा कि प्रशासन बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड के नाम पर व्यवसाय कर रहा है. जबकि संघ के 25 से अधिक सदस्य बाबा मंदिर प्रबंधन बोर्ड के साथ वर्ष 2006 में करार के बाद कॉरपोरेट सदस्य बने थे. इसके लिए संघ ने चार लाख रुपये का अनुदान भी दिया था.
इस एवज में उन्हें श्रवणी मेले के दौरान वीआइपी पास देकर सरकारी पूजा में शामिल होने देने की बात कही गयी थी. परंतु इस वर्ष श्रवणी मेले में पूजा करने के लिए बोर्ड के सचिव सह डीसी राहुल पुरवार से पत्रचार किया तो उन्होंने कोई रिस्पांस नहीं दिया. इस स्थिति में उन्होंने मंदिर प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष टीपी सिन्हा से संपर्क किया तो पहले तो उन्होंने समस्या में बदलाव का हवाला देते हुए पांच से अधिक वीआइपी पास प्रतिदिन इश्यू करने की बात कही. संघ सदस्यों ने स्पेशल पास के नाम पर 50 रुपये अलग से लेने को अनुचित बताया. वहीं प्रशासन पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया.
संघ के सदस्यों ने पूजा के दौरान मंदिर के भीतर पुलिस कर्मियों द्वारा महिलाओं के साथ बदसलूकी करने व पिटाई करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही है. ऐसे में प्रबंधन बोर्ड नियमों में बदलाव का कोई फैसला लेता है तो उससे सदस्यों को अवगत करानी चाहिए थी. प्रशासन का वेबसाइट अपडेट नहीं है. उसमें आज भी रिस्ट बैंड का जिक्र है. इन सारी खामियों को लेकर संघ कोर्ट में जाने का मन बनाया है. आवश्यकता पड़ी तो महिला आयोग व सुप्रीम कोर्ट तक भी जाने को तैयार है.
कौन-कौन थे मौजूद
इस मौके पर संघ के साईं कृष्ण, पदमा देवी, जीतेंद्र अग्रवाल, जयप्रकाश उपाध्याय, अजय खंडेलिया समेत 25 से अधिक सदस्य थे.