देवघर: कांवरिया पथ में सुलतानगंज से लेकर बाबाधाम तक खुलेआम नशीले पदार्थो की बिक्री होती है. इस पर रोक लगा पाने में दोनों राज्यों की पुलिस अक्षम साबित हो रही है. यह धंधा कोई नया नहीं है बल्कि हर साल सावन मेले में बेखौफ जारी रहता है. इस अवैध धंधे से कारोबारियों को अच्छी कमाई भी होती है. सूत्रों के अनुसार कारोबार से जुड़े लोग इस अवैध धंधे में बचपन को धकेलते हैं.
वहीं उनकी जिंदगी बरबाद कर अपने पॉकेट को गरम करते हैं. छोटे-छोटे नौनिहाल खेलने, पढ़ने की उम्र में थैला में लेकर नशीले पदार्थ बिक्री में मशगूल रहते हैं. इससे जहां हर रोज कई जिन्दगियां दलदल में फंस रही है. वहीं इससे शिक्षा, स्वास्थ्य, श्रम अधिनियम व नारकोटिक्स एक्ट की हर दिन धज्जियां उड़ रही है. इस पर रोक लगा पाने में नारकोटिक्स विंग भी अक्षम है. मेले में नारकोटिक्स अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति भी नहीं होती.
नशा से कांवरियों की बिगड़ती है मानसिक हालत
नशीले पदार्थो से कई कांवरियों की मानसिक हालत तक बिगड़ जाती है. नशा करने के बाद कई कांवरिये अपना जल भी बाबा पर नहीं चढ़ा पाते हैं. रास्ते से ही कई कांवरिये लापता भी हो जाते हैं. हर साल श्रावणी मेले में ऐसी शिकायत लेकर कई कांवरियों के परिजन सुलतानगंज से बाबाधाम तक के हर थाने में पहुंचते हैं. बावजूद ऐसे मामलों पर पुलिस रोक नहीं लगा पाती है.
कांवरिया पथ के दुकानदारों को चेतावनी
झारखंड की सीमा दुम्मा से कांवरिया पथ का अधिकांश इलाका मोहनपुर थाना क्षेत्र में पड़ता है. ऐसे में मोहनपुर थाना की पुलिस ने कांवरिया पथ के दुकानदारों को चेतावनी दी है कि नशीले पदार्थो की बिक्री करने वालों पर नजर बनाये रखें. अगर कोई नाबालिग व अन्य नशीले पदार्थ की बिक्री करते देखे जाएं तो सीधे सूचना पुलिस को दें.