मगर उससे पहले दर्जनों प्रकार की आवश्यक प्रक्रिया पूरी की जानी है. इस बात को ध्यान में रखते हुए पिछले दिनों डीसी अमीत कुमार के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम ने अधिग्रहित स्थल का जायजा लिया. प्रशासन के पीडब्ल्यूडी, पीएचइडी व बिजली के कार्यपालक अभियंताओं से जहां संशादन की उपलब्धता की जानकारी ली. वहीं स्वास्थ्य मुख्यालय से प्राप्त निर्देशों के तहत जिले के सिविल सजर्न से संताल परगना सहित आसपास के जिलों को स्वास्थ्य सेवा उपलब्धता संबंधी रिपोर्ट मांगी गयी थी. स्वास्थ्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस संबंध में सिविल सजर्न ने अपनी रिपोर्ट डीसी को सौंप दी. डीसी के स्तर से वो रिपोर्ट स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को प्रेषित कर दी गयी है.
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एक दर्जन जिलों के मरीज होंगे लाभान्वित
देवघर: जिले के देवीपुर प्रखंड क्षेत्र में एम्स निर्माण स्वीकृत हो चुका है. एम्स के निर्माण हो जाने से संताल परगना प्रमंडल सहित आसपास के कुल एक दर्जन जिलों के मरीज अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे. इस बात को ध्यान में रखते हुए एम्स निर्माण को जल्द ही अमलीजामा पहनाया जायेगा. मगर उससे […]
देवघर: जिले के देवीपुर प्रखंड क्षेत्र में एम्स निर्माण स्वीकृत हो चुका है. एम्स के निर्माण हो जाने से संताल परगना प्रमंडल सहित आसपास के कुल एक दर्जन जिलों के मरीज अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे. इस बात को ध्यान में रखते हुए एम्स निर्माण को जल्द ही अमलीजामा पहनाया जायेगा.
क्या है रिपोर्ट में
उक्त रिपोर्ट में एम्स निर्माण से पूर्व आसपास के जिलों में कितने हॉस्पीटल (मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, जेनरल हॉस्पीटल, प्राइवेट मेडिकल कॉलेज, प्राइवेट हॉस्पीटल, पीएचसी, सीएचसी) आदि हैं.
ये जिले होंगे लाभान्वित
इसके अलावा एम्स के निर्माण से कौन-कौन से जिले के मरीज लाभान्वित होंगे. इसमें संताल परगना के छह जिला सहित बाहरी जिलों में -गिरिडीह, बोकारो, धनबाद, बिहार के जमुई, बांका तथा पश्चिम बंगाल के कई पड़ोसी जिले लाभान्वित होंगे.
संबंधित जिले में बीमारी का असर
रिपोर्ट में उक्त सभी जिलों में कौन-कौन सी बीमारी प्रभावी है. वैसे तो संताल परगना के देवघर छोड़ बाकी जिलों में मलेरिया का काफी प्रभाव रहा है. वहीं साहिबगंज, गोड्डा व दुमका जिले में कालाजार, एसटीडी (यौन संक्रमित रोग), टायफाइड, एनिमिया आदि रोग प्रभावी रहे हैं. साहिबगंज में पानी जनित रोग (फ्लोराइड, आर्सेनिक) आदि बीमारियां सक्रिय रही है.
मेडिकल कॉलेज में सीट व बेड की उपलब्धता
संताल परगना के छह जिलों के अलावा आसपास के जिलों में उपलब्ध सुविधाओं का आकलन किया गया है. इस दौरान रांची स्थित रिम्स में 1089 बेड, जमशेदपुर स्थित एमजीएम हॉस्पीटल में 578 बेड, धनबाद स्थित पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज में 500 बेड की सुविधा है. जबकि रिम्स में पढ़ाई के लिए 90 सीट, एमजीएम में 50 सीट व पीएमसीएच में 50 सीट के लिए छात्रों का एडमिशन लिया जाता है. जबकि इन संस्थानों में सीटों के बढ़ाये जाने का मामला प्रस्तावित है.
आसपास में प्राइवेट हॉस्पीटल
एम्स से पूर्व देवघर व आसपास के इलाके में लगभग एक दर्जन प्राइवेट हॉस्पीटल उपलब्ध है. इसमें रांची में आलम हॉस्पीटल, ओपोलो, हिल व्यू, वासन आइ केयर है. जबकि धनबाद व बोकारो जिले में सेल का बीजीएसस सेंट्रल कोल्फील्ड व रेलवे का हॉस्पीटल मौजूद है.
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