सारठ: करौं प्रखंड अंतर्गत गोविंदपुर में लगभग दो करोड़ की लागत से बने पीएचसी में 18 माह से डॉक्टर नहीं आ रहे हैं. यहां मरीजों का इलाज पदस्थापित स्वास्थ्य प्रशिक्षक रत्नेश कुमार करते हैं. वर्तमान में पदस्थापित एएनएम मेरी मगदली बागे, सुनीता शैली, उषा सिंह व श्याम किशोर रविदास फर्मासिस्ट पद पर कार्यरत हैं जिसमें एक एएनएम उषा सिंह मेला ड्यूटी पर है.
बताया गया कि पदस्थापित चिकित्सक डा पंकज कुमार उच्च शिक्षा अध्ययन के लिए मार्च 2012 से छुट्टी पर हैं. वर्तमान में पीएचसी प्रभारी के रूप मे सारवां के प्रभारी चिकित्सा प्रभारी डा रविरंजन हैं जो आखिरी बार 30 जून 2013 को कुछ घंटे के लिए आये थे.
करोड़ों के भवन में लटका है ताला
पीएचसी परिसर में करोड़ों की लागत से निर्मित स्टाफ क्वार्टर में ताला लटका रहता है. तीन स्टाफ पीएचसी के ऊपरी तल्ले पर रहते हैं. सरकारी आवासीय क्वार्टर बेकार पड़ा हुआ है.