मधुपुर: शहर के पथलचपटी स्थित अंची देवी बालिका प्लस टू विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं के भविष्य के साथ शिक्षा विभाग द्वारा खिलवाड़ किया जा रहा है. विद्यालय में शिक्षक और संसाधनों की भारी कमी है.
विद्यालय में 19 सौ छात्राएं अध्ययनरत है. इन्हें पढ़ाने के लिए प्रभारी प्रधानाध्यापक के अलावे सिर्फ पांच ही शिक्षक व शिक्षिका पदस्थापित है. एक-एक शिक्षक के जिम्मे औसतन 380 छात्राएं है. जबकि सरकारी अनुपात के अनुसार 40 छात्राओं पर एक शिक्षक अनिवार्य है. एक -एक कमरे में 300 से अधिक छात्राएं बैठ कर अध्ययन करती है.
कई विषयों के शिक्षक नहीं
विद्यालय में हिंदी, भूगोल, अर्थशास्त्र समेत कई अन्य विषयों की शिक्षक नहीं है. प्रयोगशाला भी छात्राओं को उपलब्ध नहीं कराया गया है. रात्रि प्रहरी विद्यालय में नहीं है. चार के जगह मात्र एक चपरासी है. विद्यालय में 11 शिक्षक का पद स्वीकृत है. विद्यालय में कुल आठ कमरे हैं. जिनमें छह माध्यमिक शिक्षा के लिए व दो कमरा प्लस टू के छात्राओं के लिए है.
प्लस टू के लिए नहीं है भवन
विद्यालय को वर्षो पूर्व प्लस टू का दर्जा मिल चुका है. लेकिन प्लस टू के लिए एक भी कमरा विद्यालय में नहीं बना. प्लस टू में 350 छात्र है. यहां भी सिर्फ सात ही शिक्षक पदस्थापित है. बेंच व डेस्क की भी भारी कमी है. एक बेंच में किसी तरह चार छात्राएं बैठती है. सुविधाओं के अभाव में छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है.