मधुपुर: विद्युत विभाग को मधुपुर शहरी व ग्रामीण इलाकों से प्रत्येक माह तकरीबन 70 लाख राजस्व की उगाही हो रही है. इसके बाद भी विभाग लचर ढंग से बिजली की आपूर्ति कर रही है. अनियमित बिजली आपूर्ति से औद्योगिक इकाइयां समेत अन्य लोग भी परेशान हैं.
अगर, बिजली की नियमित आपूर्ति हो तो प्रत्येक माह राजस्व की उगाही एक करोड़ से भी ऊपर पहुंच सकती है. विभागीय कार्यालय में प्रत्येक माह औसतन 35 लाख, जबकि मधुपुर के आठ औद्योगिक इकाइयों द्वारा औसतन 35 लाख रुपये बिजली बिल जमा किया जाता है. जो सीधे देवघर डिविजन कार्यालय में जमा होता है.
इसके अलावा लाओपाला, सिंघानियां राइस मिल, विंध्यवासिनी व शक्तिमान सीमेंट, मुवा उद्योग, 52 बीघा स्थित फ्लावर मिल समेत आठ एसटी कंज्यूमर है. इनमें ला-ओपाला ही प्रत्येक माह औसतन 28 से 30 लाख प्रत्येक माह राजस्व देता है.
मधुपुर में 28,041 उपभोक्ता
विद्युत विभाग, मधुपुर कार्यालय के अनुसार कुल 28,041 उपभोक्ता है. इनमें बकाये राजस्व के कारण 4,191 उपभोक्ताओं का कनेक्शन विच्छेद कर दिया गया है. वर्तमान में 23,850 उपभोक्ता शेष बचे हैं. इन उपभोक्ताओं से प्रत्येक माह 1.20 करोड़ राजस्व उगाही का लक्ष्य दिया गया है. सरकारी संस्थानों पर लगातार बढ़ रहे बकाया के कारण करीब 70 लाख रुपये की उगाही प्रत्येक माह की जा रही है.