चितरा: एस पी माईंस चितरा कोलियरी के मजदूरों व विस्थापितों की समस्याओं को लेकर बुधवार को चितरा स्थित अतिथिशाला में सेंट्रल ट्रेड यूनियन के प्रतिनिधियों ने संयुक्त बैठक की. इसकी अध्यक्षता चिंतामणि मंडल ने की.
यूनियन प्रतिनिधियों ने कहा कि चितरा कोलियरी में कार्यरत कोयला मजदूरों व विस्थापितों की समस्याओं को दूर करने के लिए चितरा कोलियरी प्रबंधन ध्यान नहीं दे रहा है. उन्होंने कहा कि मजदूरों की प्रोन्नति, रेगुलाईजेशन, डेजीनेशन, मृतक मजदूर के आश्रित को ग्रेच्युटी, पेंशन व भविष्य निधि का भुगतान नहीं किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि कोयला खदान के विस्तार के लिए जो जमीन ली गयी है. उसमें घोर अनियमिता बरती गयी है.
इसलिए उक्त जमीन की पुन: मापी व बिलिंग की जाय. सीएसआर में लूट किया जा रहा है. इसलिए सीएसआर के फंड को खर्च करने के लिए मजदूरों का प्रतिनिधि बनाया जाय. उन्होंने कहा कि जेबीसीसीआइ ने तय किया है कि ठेकेदार मजदूर को प्रतिदिन 565 रुपये करके दिया जायेगा, लेकिन जबकि चितरा कोलियरी में ठेका मजदूरों को महीने में 2500 से तीन हजार तक मिलता है. यहां मजदूरों का शोषण किया जाता है.
यूनियन प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से कहा कि इस संबंध में चितरा कोलियरी के महाप्रबंधक से वार्ता की जायेगी. यदि वे इस समस्याओं को दूर नहीं करते हैं तो सीएमडी व उपायुक्त से बातचीत की जायेगी.अगर इसके बावजूद बात नहीं बनती है तो हड़ताल किया जायेगा. इस मौके पर इंटक नेता योगेष राय, महेष चौधरी, मोहन सिंह, दिलीप सेन, सौरभ कुमार, सर्वेश्वर किस्कू, मोहन मुमरू, चिंतामणि मंडल, हरिकिशोर कोल, सूर्य नारायण मंडल, शिवनाथ दास, भुक्ता कोल, आनंद सौरेन, बीएमएस नेता रमण चौधरी व द्रोण सिंह उपस्थित थे.