देवघर: इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन लिमिटेड (आइओसीएल) की ओर से जसीडीह औद्योगिक क्षेत्र में नया टर्मिनल प्रोजेक्ट की शुरुआत की जा रही है. भारत सरकार के 100 अति महत्वाकांक्षी योजनाओं में शुमार इस प्रोजेक्ट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 अगस्त को रांची से ऑन लाइन उद्घाटन करेंगे. यह देश का पहला अत्याधुनिक टर्मिनल होगा जहां दो शिफ्टों में 400 टैंकरों में पेट्रोल, डीजल व केरोसीन की फिलिंग (भरायी) होगी.
उक्त जानकारी मुख्य टर्मिनल प्रबंधक (सीटीएम) सुशील यादव ने दी. उन्होंने बताया कि, टैंकरों की फीलिंग होने के बाद इसे झारखंड राज्य के 12 जिलों (संप के छह जिलों व हजारीबाग, गढ़वा, चतरा, गिरिडीह, बोकारो आदि) समेत बंगाल व बिहार के सीमावर्ती जिलों के लिए रवाना किया जायेगा. इससे क्षेत्र के लोगों को सुविधा मिलेगी. इसे हल्दिया पाइप लाइन से जोड़ दिया गया है.
चालक व सहचालक को मिलेगा तकनीकी प्रशिक्षण : सीटीएम ने बताया कि टर्मिनल शुरू होने के बाद आइओसीएल अपने खर्च पर टर्मिनल से ऑयल रिफिलिंग करने वाले टैंकर चालकों व सहचालक को समय-समय पर प्रशिक्षण देगा. इससे वे वर्तमान टेक्नॉलॉजी के साथ अप टू डेट हो सकेंगे. यहां 24 घंटे 365 दिन फिलिंग का काम होगा.
टर्मिनल की क्षमता 31, 500 केएल की : सीटीएम श्री यादव ने कहा यह टर्मिनल 31,500 किलोलीटर की क्षमता का है. टर्मिनल की सुरक्षा के लिए 5,500 वाले दो फायर फाइटिंग टैंक लगे हुए हैं. देश का यह पहला टर्मिनल है जो पूरी तरह से ऑटोमेटिक है. यहां टैंकरों को नीचे से भरने का काम होगा. भरने के क्रम में निकलने वाले वाष्प को भी ऑटोमेटिक रूप से ऑयल के रूप में परिणत कर दिया जाता है. परिसर में तीन ऑटोमेटिक पंप हैं जो कहीं से भी लिकेज की सिगAल मिलते ही बिना किसी मेन पावर एक्टीविटी के स्वयं काम करना शुरू कर देता है. कुछ ही पल में उस लिकेज को बंद कर परिसर को सुरक्षित बनाता है.
हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार : सीटीएम ने बताया कि जसीडीह में टर्मिनल के खुलने से क्षेत्र के हजारों लोगों के लिए रोजगार के अवसर सृजन होंगे. टैंकरों के चलायमान होने से आसपास के बेरोजगार युवकों के साथ क्षेत्र के लोगों को कई प्रकार के काम मिल सकेंगे. इससे उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और क्षेत्र का विकास होगा.