18.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

श्रावणी मेला : टाइम स्लॉट प्रवेश-कार्ड का प्रबंधन फेल

देवघर: इस बार भी टाइम स्लॉट प्रवेश कार्ड का प्रबंधन बिल्कुल ही फेल साबित हो रहा है. क्योंकि इस सिस्टम से भी कांवरियों की कतार लंबी लग रही है. तकरीबन आठ किमी लंबी कतार हो जा रही है. औसतन पांच से दस घंटे कांवरियों को कतार में खड़ा होना पड़ रहा है. इस कारण भक्त […]

देवघर: इस बार भी टाइम स्लॉट प्रवेश कार्ड का प्रबंधन बिल्कुल ही फेल साबित हो रहा है. क्योंकि इस सिस्टम से भी कांवरियों की कतार लंबी लग रही है. तकरीबन आठ किमी लंबी कतार हो जा रही है. औसतन पांच से दस घंटे कांवरियों को कतार में खड़ा होना पड़ रहा है. इस कारण भक्त परेशान हैं.

कतार में रोजाना अफरा-तफरी व अव्यवस्था दिख रही है. टाइम स्लॉट प्रवेश कार्ड सिस्टम लागू करने के पीछे उद्देश्य था कि कांवरियों को लंबी कतार से मुक्ति मिलेगी.

उन्हें सीधे जलसार मोड़ में कतार में लगना होगा और वे कम समय में बाबा को जलार्पण कर सकेंगे. जो टाइम उन्हें कार्ड में दिया जायेगा उस अनुरूप वे अपनी खरीदारी, अपने पुरोहितों से जल का संकल्प या आराम कर सकेंगे. लेकिन जिला प्रशासन का यह दावा कि टाइम स्लॉट सिस्टम बेहतर ढंग से काम कर रहा है, श्रद्धालु आराम से जलार्पण कर रहे हैं, खोखला साबित हो रहा है.

कार्ड ले सीधे कतार में लगते हैं कांवरिये
जब भक्तों को प्रवेश कार्ड मिल जाता है तो उन्हें जलसार मोड़ में इंट्री नहीं मिलती है वे कतार की अंतिम छोर यानी बीएड कालेज, नंदन पहाड़ या बरमसिया में जाकर कतार में खड़े होते हैं. वहां से उन्हें जलसार मोड़ और नेहरू पार्क तक पहुंचने में कई घंटे लग जाते हैं. कार्ड में लिखे टाइम का कोई औचित्य नहीं रह जाता है. कार्ड को देखने वाला कतार में कोई नहीं है, कांवरियों की काउंसेलिंग करना वाला कोई नहीं है. इस कारण कार्ड लेते ही कांवरिये कतार में खड़े हो जाते हैं. क्योंकि वे देखते हैं कि बड़े पंडालों में कोई वेट नहीं कर रहा है. जो भी आ रहे हैं सभी कतार में खड़े हो रहे हैं. इस कारण कतार में देखा जाता है कि जलसार मोड़ के पास जो कांवरिया कतार में खड़ा है वह दोपहर 12 से 3 बजे का कार्ड लिये हैं और जो बीएड कॉलेज या बरमसिया में खड़े हैं वह सुबह तीन से पांच बजे का कार्ड लिये हैं.

सिस्टम तो लागू किया लेकिन प्रबंधन फेल
जिला प्रशासन ने टाइम स्लॉट सिस्टम लागू कर तो कर दिया लेकिन यह फेल हो रहा है. क्योंकि नेहरू पार्क का स्कैनर पहले दिन से ही खराब है. कई काउंटर खाली रहते हैं. सरासनी में एक कांवरिया जिसने प्रवेश कार्ड लिया, उस वक्त दिन के 11 बज रहे थे लेकिन उसे जो कार्ड जारी किया गया, उसमें सुबह 9 से 11 बजे का टाइम स्लॉट मिला था. इसी से पता चलता है कि प्रशासन सिर्फ कार्ड जारी कर रहा है या उसमें दिये टाइम का कोई महत्व है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें