देवघर : गांधी वाचनालय के तोड़े जाने के साथ देवघर का ऐतिहासिक धरोहर समाप्त हो गया. ब्रिटिश राज से कांग्रेस पर इस तरह की बर्बरतापूर्ण कार्रवाई होती चली आ रही है. इससे कांग्रेस पार्टी अौर मजबूत होती चली आ रही है. इतिहास का एक तथ्य जालियांवाला बाग की घटना भी है. इस कार्रवाई के लिए ब्रिटिश हुकूमत का कोई आदेश नहीं था. बल्कि जनरल डायर की तानाशाही मानसिकता की कुकृत्य थी. उस घटना ने ब्रिटिश साम्राज्य की नींव हिला दी.
कहते हैं इतिहास की पुनरावृत्ति होती रही है. जनरल डायर वाली मानसिकता वाले लोग आज भी समाज में मौजूद है. उक्त बातें कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता कृष्णानंद झा ने प्रेस कांफ्रेंस में कही. मेरा मानना है भाजपा के अधिकांश कार्यकर्ता भी इस घटना से खुश नहीं होंगे. जिस तरह से अटल बिहारी वाजपेयी जी की पुण्यतिथि मनायी जा रही है. क्या उन्होंने अपने जीवन में यही आदर्श व मूल्यों को स्थापित किया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता हतोत्साहित नहीं हैं, बल्कि दोगुने उत्साह के साथ नये कांग्रेस भवन का निर्माण करेंगे. सार्वजनिक जीवन में सांसद ने गांधी वाचनालय को तोड़ा है. इससे हजारों लोगों की भावनाअों को ठेस पहुंची है.