मधुपुर : शुक्रवार को फुलची गांव में तीन-तीन शादियां होने वाली थीं. एक शादी दिलीप राय के घर से कुछ ही दूरी पर विनोद रवानी के पुत्र संतोष की होने वाली थी. दिलीप के घर के दरवाजे के पास ही भव्य पंडाल बनाया गया था. शादी के लिए सभी रिश्तेदार भी आये थे, लेकिन घटना की खबर सुनते ही ढोल-बाजा बंद कर दिया गया. बिना बाजे के ही रस्म अदायगी हुई और कुछ लोग बरात निकल गये.
गांव में थीं तीन शादियां लेकिन नहीं बजा बाजा
मधुपुर : शुक्रवार को फुलची गांव में तीन-तीन शादियां होने वाली थीं. एक शादी दिलीप राय के घर से कुछ ही दूरी पर विनोद रवानी के पुत्र संतोष की होने वाली थी. दिलीप के घर के दरवाजे के पास ही भव्य पंडाल बनाया गया था. शादी के लिए सभी रिश्तेदार भी आये थे, लेकिन घटना […]
वहीं गांव में दो और शादियां अलग-अलग जातियों में थी, लेकिन किसी के घर में बाजा नहीं बजा. तीनों ही शादी में उत्साह और उमंग का माहौल खत्म हो गया था. तीनों बरात बिना गाजे-बाजे के गांव से निकली. दिलीप राय की पुत्री व दामाद की मौत को लेकर पूरे गांव में मातम पसरा हुआ था. गांव के सैकड़ों लोग उसके घर के दरवाजे पर पहुंच रहे थे, लेकिन कोई भी व्यक्ति घर वालों से कुछ बात करने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था. बताते चलें कि दिलीप राय गांव के विद्यालय में ही पारा शिक्षक हैं.
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