देवघर : बेटी बचाओ अभियान के तहत कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग कितनी गंभीर है इसका पता इसी से चलता है कि जागरुकता के लिए रवाना किया गया रथ जसीडीह थाने में खड़ा है. इस रथ के माध्यम से 28 मार्च तक क्षेत्र में गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करना […]
देवघर : बेटी बचाओ अभियान के तहत कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग कितनी गंभीर है इसका पता इसी से चलता है कि जागरुकता के लिए रवाना किया गया रथ जसीडीह थाने में खड़ा है. इस रथ के माध्यम से 28 मार्च तक क्षेत्र में गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करना था, लेकिन रथ एक दिन भी थाने से नहीं निकला. राज्य सरकार का निर्देश पर रथ को चार दिन पहले 24 मार्च को पूरे तामझाम के साथ सदर अस्पताल परिसर से सीएस ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया था.
इसके माध्यम से जिले में बेटी बचाओ अभियान के तहत कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने व जागरूकता फैलाना है. सदर अस्पताल से वाहन को रवाना करने के बाद उसे जसीडीह थाना परिसर में ले जाकर खड़ा कर दिया गया. इसके बाद वाहन को जसीडीह थाना के हवाले कर चालक वापस नहीं आया है.
गांव-गांव में करना है दीवार लेखन
जागरूकता रथ के माध्यम से गांव-गांव में लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ दीवार लेखन करना है तथा होर्डिंग लगाने है. इस होर्डिंग्स के माध्यम से कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने की अपील की जानी है. लेकिन विभाग की लापरवाही के कारण ऐसा नहीं हो रहा है. वहीं स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व में गठित कमेटी की ओर से 28 मार्च से जिले के सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों का निरीक्षण किया जाना है. इसकी रिपोर्ट प्रत्येक दिन रांची मुख्यालय को भेजी जायेगी. अब देखना यह है कि यह जांच होती है या नहीं.
दो रथों को किया
गया है रवाना
शनिवार को सदर अस्पताल से सीएस ने दो रथ जागरुकता को रवाना किया था. इसमें एक रथ को सारवां व देवीपुर क्षेत्र में तथा दूसरे को मोहनपुर व जसीडीह प्रखंड क्षेत्र के गांव-गांव में जाकर लोगों को कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए जागरूक करना है. इसमें एक वाहन शनिवार दोपहर से जसीडीह थाना में खड़ा है.
राज्य सरकार के निर्देश की उड़ रही धज्जियां
पूरे तामझाम के साथ सदर अस्पताल से रथ को सीएस ने किया
था रवाना
गांव-गांव में लोगों को करना है जागरूक
चल चिकित्सा वाहन को ही बना दिया जागरुकता रथ
बेटी बचाओ अभियान के लिए जिस रथ को रवाना किया गया, दरअसल वह चल चिकित्सा वाहन है. चल चिकित्सा वाहन के रूट पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से बेटी बचाओ अभियान का रथ रवाना कर दिया गया. इससे न तो लोगों को चल चिकित्सा वाहन का लाभ मिल रहा है और न लोगो को बेटी बचाओ अभियान के तहत जागरूक ही किया जा रहा है. जानकारी के अनुसार, जिले में पहले से ही चल चिकित्सा वाहन को संचालित किया जा रहा है. इसे आज भी पुराने रूट पर चलने का दावा स्वास्थ्य विभाग कर रहा है. वहीं हकीकत यह है कि जिस रूट चार्ट पर चल चिकित्सा वाहन का चलने की दावा किया जा रहा है, उस रूट पर आजतक वाहन गया ही नहीं. पिछले दो माह से एक चल चिकित्सा वाहन जसीडीह थाना में खड़ा है.
सीएस ने कहा
जानकारी अभी मिली है. पता कराते हैं कि जागरुकता वाहन जसीडीह थाने में क्यों खड़ी है.
डॉ कृष्ण कुमार, सीएस, देवघर