लेकिन सारवां प्रखंड के अजय नदी के पहरीडीह, नारंगी, नावाडीह,भैयाडीह, बाराकोला बसवरिया, दलदली, राजदाहा, सिरसा, असहना, आदि घाटों से रात के अंधरेे में बालू का कारोबार धड़ल्ले से किया जा रहा है. ग्रामीणों की मानें तो उन क्षेत्रों में पड़ने वाले गांवों के लोगों का ट्रैक्टर की आवाज से रात में चैन की नींद लेना भी दुर्लभ हो गया. वहीं सारवां-तीरनगर मुख्य सड़क से सैकडों ट्रैक्टर बालू का अवैध कारोबार सुबह होते ही बंद हो जाता है. जिस पर प्रशासन अंकुश लगाने में अब तक विफल साबित हो रहा है.
संबंधित संवेदकों का कहना है कि खनन विभाग के द्वारा ऑनलाइन चालान निर्गत नहीं किये जाने से घाट की न तो रखवाली कर पा रहे हैं और न कानूनन बालू का उठाव कर पा रहे हैं. इसका फायदा बिचौलिया उठा रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि एक ओर प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए बालू नहीं मिल रहा है. सीओ ने रविकिशोर राम ने कहा अंचल क्षेत्र के सभी घाटों पर छापेमारी की जायेगी. किसी भी हालत में अवैध बालू के कारोबार करने वाले बिचौलिये बख्शे नहीं जायेंगे.