देवघर: मोहनपुर प्रखंड स्थित नया चितकाठ पंचायत में पीएम आवास के लाभुक शंकर रमानी द्वारा मुखिया अनिल साह पर पैसे लेने व मारपीट के लगाये गये आरोपों की जांच शुरू हो गयी है. डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने एसडीओ से जांच रिपोर्ट मांगी है. बुधवार को एसडीओ के निर्देश पर प्रशिक्षु आइएएस कर्ण सत्यार्थी नया […]
देवघर: मोहनपुर प्रखंड स्थित नया चितकाठ पंचायत में पीएम आवास के लाभुक शंकर रमानी द्वारा मुखिया अनिल साह पर पैसे लेने व मारपीट के लगाये गये आरोपों की जांच शुरू हो गयी है. डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने एसडीओ से जांच रिपोर्ट मांगी है. बुधवार को एसडीओ के निर्देश पर प्रशिक्षु आइएएस कर्ण सत्यार्थी नया चितकाठ गांव पहुंचे.
श्री सत्यार्थी पहले जब शंकर रमानी के घर पहुंचे तो वह पदाधिकारी को देख कर घर से निकल गया. इस दौरान शंकर की बेटी मिनी देवी को बुला कर प्रशिक्षु आइएएस ने पूछताछ की. मिनी ने कहा कि उनके पिता ने मुखिया को पैसा नहीं दिया है. मिनी का बयान दर्ज करने के बाद श्री सत्यार्थी नया चितकाठ पंचायत भवन पहुंचे व मुखिया अनिल साह से कई बिंदुओं पर पूछताछ की.
मुखिया ने जांच अधिकारी को बताया कि मुखिया होने के नाते उन पर पीएम आवास का कार्य जल्द पूर्ण कराने का दबाव था, इसलिए पंचायत कार्यालय से पांच सितंबर को पत्रांक 206 में शंकर रमानी को मैंने नोटिस भेज कर काम चालू करने को कहा था, लेकिन शंकर ने राशि पहले ही गबन कर नींव तक नहीं खोदा. अब राजनीतिक साजिश के तहत पैसे लेने का झूठा आरोप लगा रहे हैं. मुखिया ने जांच अधिकारी को बताया कि शंकर ने पहले सार्वजनिक रूप से मुझे गाली दी, उसके बाद ही मारपीट की घटना हुई.
लौटते वक्त मिला लाभुक शंकर
जांच अधिकारी श्री सत्यार्थी पंचायत कार्यालय से जब मुखिया से पूछताछ कर लौटने लगे तो शंकर रमानी रास्ते में जाते हुए देखा गया, तभी श्री सत्यार्थी ने गाड़ी रोका व उसके साथ उनके घर गये. इसके बाद करीब 20 मिनट तक शंकर से पूरे मामले में पूछताछ की. शंकर ने बताया कि पीएम आवास में 24 हजार रुपये मिला था. उक्त राशि से ईंट व बालू स्थल पर गिराया गया. आरोप लगाया कि 10 हजार रुपये मुखिया अनिल साह ने बैंक के पास ही ले लिया. इसकी शिकायत मैंने डीडीसी को भी मौखिक रूप से गांव में की थी. 16 सितंबर को बीडीओ जब जांच में आये तो उन्हें भी पैसे लेने की शिकायत की, तभी मुखिया ने मुझे पीट दिया. प्रशिक्षु आइएएस ने पीएम आवास के कार्यस्थल का भी निरीक्षण किया, जहां नींव नहीं खोदी गयी थी. दोनों पक्षों से अलग-अलग पूछताछ कर लौटते वक्त उन्होंने कहा कि एसडीओ के निर्देश पर वे जांच करने पहुंचे थे. एसडीओ को पूरे मामले की जांच रिपोर्ट सौंपेंगे.