अपने देश के थल सेना को आगे बढ़ने में मदद को दर्शाया गया. कार्यक्रम के अंत में वायुसेना की गौरव गाथा को याद कर नभ: श्पृश: दीप्तम के नारों के साथ नयी ऊंचाइयों को छुए व दुनिया का सर्वश्रेष्ठ सेना बने की कामना के साथ कार्यक्रम की विधिवत समापन किया गया.
इससे पहले अरुणाचल प्रदेश में वायु सेना के हेलीकॉप्टर दुर्घटना में वीर गति को प्राप्त सैनिकों की आत्मा को शांति प्रदान करने के लिए दो मिनट का मौन रख भगवान से प्रार्थना की गयी. कार्यक्रम को सफल बनाने में एसपी घोष, शशिकांत प्रसाद साह, रमाकांत साह, पंकज कुमार, संदीप प्रकाश, कृष्ण कुमार झा, श्यामल किशोर, मिथिलेश कुमार, घनश्याम सिंह, संजय कुमार सिंह, मोती लाल मंडल, प्रवीण कुमार, नवल किशोर सिंह, एम के तिवारी, एके गिरि, एसएन मंडल, सरोज सुमन, रमाशंकर, अरविंद वाजपेयी, आरएन सिंह आदि ने सराहनीय भूमिका निभायी.