मधुपुर: एक ओर सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई कार्यक्रम चला रही है, लेकिन शिक्षकों के अभाव में पठन-पाठन प्रभावित हो रहा है. मधुपुर महाविद्यालय में सात शिक्षकों के भरोसे 5253 छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. विषय वार शिक्षक भी कॉलेज में नहीं हैं. महाविद्यालय में कला, वाणिज्य व विज्ञान संकाय में विषय वार शिक्षक नहीं होने से छात्र-छात्राओं को सिलेबस पूरा करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है.
कॉलेज में विज्ञान शिक्षा के लिए पद स्वीकृत नहीं है, जबकि प्रयोगशाला भवन में सभी यंत्र मौजूद हैं. शिक्षक के अभाव में इसका उपयोग नहीं हो पाता है.
महाविद्यालय में अंग्रेजी, वाणिज्य व इतिहास विषय के एक भी शिक्षक नहीं है. ऐसे में छात्रों को इन विषयों की पढ़ाई करने में बड़ी कठिनाई होती है. वहीं हिंदी, संस्कृत, राजनीति शास्त्र व अर्थशास्त्र के लिए एक-एक शिक्षक पदस्थापित हैं. कॉलेज में शिक्षकों के स्वीकृत पद 19 हैं, लेकिन वर्तमान में सिर्फ सात शिक्षक ही छात्रों को शिक्षा दे रहे है.
कहते हैं प्रभारी प्राचार्य
प्रभारी प्राचार्य डॉ पशुपति कुमार राय ने कहा कि शिक्षकों के कमी के कारण विषय वार पढ़ाई नहीं होती है. मानदेय पर कुछ शिक्षकों को रख कर काम चलाया जा रहा है. शिक्षकों की कमी से विश्वविद्यालय को अवगत करा दिया गया है. उम्मीद की जानी चाहिये कि व्यवस्था में जल्द सुधार होगा.