इन दोनों की कार्यशैली का खामियाजा निगम की जनता को भुगतना पड़ रहा है. कई मुहल्ले जहां के लोग पेयजलापूर्ति पर ही निर्भर हैं, पानी नहीं आने पर उन्हें भटकना पड़ता है. अनियमित पेयजलापूर्ति की वजह क्या है, इसकी पड़ताल करने पर निगम के साथ-साथ बिजली विभाग की लापरवाही सामने आ रही है.
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खराब मोटर व अनियमित बिजली के कारण शहर में पेयजल संकट
देवघर: बारिश का मौसम खत्म होते ही शहर में पेयजल की समस्या उत्पन्न होने लगी है. इसका एक मात्र कारण है नगर निगम और बिजली विभाग के बीच तालमेल का अभाव. निगम के जितने संप हैं, उसमें लगे मोटर हैं, अधिकांश अप-टू-डेट नहीं हैं. मशीनें खराब हैं. वहीं बिजली की स्थिति भी ठीक नहीं है. […]
देवघर: बारिश का मौसम खत्म होते ही शहर में पेयजल की समस्या उत्पन्न होने लगी है. इसका एक मात्र कारण है नगर निगम और बिजली विभाग के बीच तालमेल का अभाव. निगम के जितने संप हैं, उसमें लगे मोटर हैं, अधिकांश अप-टू-डेट नहीं हैं. मशीनें खराब हैं. वहीं बिजली की स्थिति भी ठीक नहीं है. कहीं बिजली के कारण पेयजलापूर्ति बाधित होती है तो कहीं खराब मशीन के कारण जलापूर्ति नहीं हो पाती है. लेकिन ये दोनों विभाग एक दूसरे पर ठिकरा फोड़ते हैं.
कहां है समस्या: डढ़वा व नंदन पहाड़ तालाब से पानी सप्लाई की व्यवस्था है. यहांफिल्टर को साफ करने के लिए प्लांट में लगा 10 एचपी का दोनों मशीन 15 दिनों से खराब पड़ा है. इसके कारण पानी की सप्लाई में परेशानी हो रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अगर पहले से विभाग तैयार नहीं रहेगा तो आने वाले दिनों में परेशानी बढ़ सकती है. बिजली नहीं हाेने की वजह से पानी सप्लाई में परेशानी होती है. वहीं नवाडीह अजय नदी में विभाग की ओर से 40 बोरिंग करायी गयी है, लेकिन इसमें से 24 बोरिंग से पानी निकल रहा है. जिसमें कि 14 से ही पूरा पानी मिलता है. बाकी बोरिंग धंस चुके हैं. बोरिंग से प्रति सेकेंड छह लीटर पानी निकालने की क्षमता है. वहीं नवाडीह में लो वोल्टेज व बिजली ट्रिपिंग की समस्या की वजह से बहुत परेशानी होती है. श्रावण में यहां से हर दिन शहर को 50 से 60 लाख लीटर पानी दे रहे थे, लेकिन वर्तमान में बिजली की समस्या की वजह से हर दिन 25 से 30 लाख लीटर पानी ही निकल पा रहा है.
तीन जगहों से पानी सप्लाई की है व्यवस्था: नंदन पहाड़ तालाब, अजय नदी व डढ़वा नदी से पूरे शहर में पानी सप्लाई की व्यवस्था है. नंदन पहाड़ को छोड़ कर कहीं भी फिल्टर करने की व्यवस्था नहीं है. अन्य जगह पर एलएम, चूना क्लोरोफाड डाल कर पानी सीधे सप्लाई की जा रही है.
क्या कहते है अधिकारी
बिजली की समस्या से कुछ मशीन खराब हुए हैं. नवाडीह में इस समस्या से निजात के लिए हेवी ट्रांसफॉर्मर स्टाॅल किया जा रहा है. एक सप्ताह में इसे दुरुस्त कर लिया जायेगा. जल्द ही नयी बोरिंग कराने की भी योजना है. अगर बिजली मिलती रही तो पानी सप्लाई में कोई समस्या नहीं है. वर्ष 2018 में पानी की कोई समस्या नहीं होगी. इसके लिए ब्लू प्रिंट तैयार है. एक-दो दिन में इसके लिए बाहर से विशेषज्ञ भी आ रहे हैं.
-समीर सिन्हा, जलापूर्ति प्रभारी, नगर निगम
बिजली विभाग पानी के लिए दिन भर में 18-20 घंटे बिजली आपूर्ति कर रहा है. नवाडीह में सौ-सौ एचपी का पंप है. पांच-छह घंटे भी पंप चला तो पूरा टंकी भर जायेगा. दरअसल बोरिंग में ही समस्या है, जल्द ही नवाडीह इलाके में पावर ट्रांसफाॅर्मर बैठाया जायेगा. इसका प्लींथ तैयार हो चुका है.
– गोपाल प्रसाद, इई, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल
शहरवासियों ने कहा
निगम केवल टैक्स की बात करता है सुविधा कुछ नहीं है1 पानी तो एक दिन छोड़कर एक दिन मिल रहा है. इससे बहुत परेशानी हो रही है
बड़े ठाकुर
एक तो मुहल्ले में पाइप लाइन का काम नहीं हुआ है. पीने के पानी की दिक्कत है. सप्लाई वाटर के लिए दूर जाना पड़ता है. वह भी रोज नहीं चलता है.
श्याम सिंह
श्रावण संपन्न होने के बाद सप्लाई वाटर की भारी समस्या उत्पन्न हो गयी है . एक दिन तो कभी दो दिन में एक घंटे के लिये पानी आता है
सावित्री देवी
पानी की भारी समस्या है. दो दिन तो कभी एक दिन में पानी मिल रहा है. एेसे में बोतल बंद पानी से काम चलाना पड़ रहा है. इससे परेशानी हो रही है.
विजय पांडे
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