देवघर: ब्लड बैंक की ओर से पुराना सदर अस्पताल स्थित आइएमए हॉल में समारोह पूर्वक रक्तदान के प्रति प्रेरित करने वाले व्यक्तियों व संस्थान प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया. समारोह में सिविल सर्जन डॉ एससी झा के हाथों सभी को प्रमाण-पत्र व मोमेंटो दिया गया. सीएस डॉ झा ने कहा कि स्वस्थ व्यक्ति को हर तीन माह में रक्तदान करना चाहिए.
किसी के द्वारा दान किये गये रक्त से दूसरे को जिंदगी मिल सकती है. रक्तदान से लोगों को लाभ होता है, कोई हानि नहीं है. लोगों को मन से यह भ्रम बिल्कुल हटा देना चाहिए कि रक्तदान करने से वे कमजोर हो जायेंगे. एक यूनिट रक्त लोगों के शरीर में चार से छह घंटे में रिकवर कर जाता है. समारोह में डीएलओ डॉ सुनील कुमार सिन्हा, ब्लड बैंक प्रभारी डॉ मनोज कुमार गुप्ता, ब्लड बैंक की ए ग्रेड प्रेमलता मुर्मू, एलटी मनोज मिश्रा, विश्वनाथ बख्शी, अनिल गुप्ता, मुकेश कुमार, सुमन कुमार, पारस नाथ अंबे व अन्य मौजूद थे.
धनंजय के प्रेरणा से बीएसपी ने 100 यूनिट रक्तदान किया : 2016 में धनंजय नारायण की प्रेरणा से सर्वाधिक 100 यूनिट रक्तदान किया था. एचडीएफसी बैंक द्वारा दो बार रक्तदान शिविर आयोजित कर 74 यूनिट रक्तदान किया गया था. इसके प्रेरक हर्ष थपरिया को सम्मानित किया गया. एमएम सोसाइटी मधुपुर ने 35 यूनिट, एलसीएम देवघर के प्रतिनिधि उदय को 35 यूनिट रक्तदान कराने के लिए सम्मान मिला. पुलिस लाइन से 30 यूनिट, सुभाष जागृति मंच से 27 यूनिट, संत फ्रांसिस स्कूल देवघर द्वारा 25 यूनिट, बजरंग दल द्वारा 24 यूनिट, रिलायंस जीओ द्वारा 22 यूनिट, शिवाय हॉस्पिटल द्वारा 21 यूनिट, आइसी रैब फाउंडेशन द्वारा 21 यूनिट, सत्संग आश्रम द्वारा 20 यूनिट, राहत कॉलेज मधुपुर द्वारा 20 यूनिट, आरएन बोस लाइब्रेरी द्वारा 17 यूनिट, मारवाड़ी युवा मंच देवघर द्वारा 17 यूनिट, केशव रक्त कोष देवघर द्वारा 16 यूनिट, एचडीएफसी बैंक मधुपुर द्वारा 16 यूनिट, एमएचएसएस देवघर द्वारा 15 यूनिट, यूको बैंक द्वारा 11 यूनिट, सिविल कोर्ट गोड्डा द्वारा 10 यूनिट, एएस कॉलेज देवघर द्वारा 10 यूनिट, बिग बाजार द्वारा 10 यूनिट, परित्राण मेडिकल कॉलेज देवघर द्वारा आठ यूनिट, बंधन बैंक देवघर द्वारा सात यूनिट, महिंद्र फाइनांस देवघर द्वारा सात, एनएसयूआइ देवघर द्वारा सात यूनिट, आइएचआरओ द्वारा छह यूनिट, प्रभात खबर देवघर द्वारा पांच यूनिट, रिलायंस फाउंडेशन देवघर द्वारा पांच यूनिट रक्तदान किया गया था. इन सभी संस्थानों के प्रेरकों को सम्मानित किया गया.