दुमका: कांग्रेस का झामुमो से गंठबंधन तथा संताल परगना में पार्टी की उपेक्षापूर्ण नीतियों से नाराज चल रहे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य सह प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो स्टीफन मरांडी ने अंतत: पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. मंगलवार को उन्होंने फैक्स कर प्रदेश अध्यक्ष को इस्तीफा भेजा है. दुमका स्थित अपने आवास में बातचीत करते हुए प्रो मरांडी ने कहा कि वे तीन अप्रैल को एक मिलन समारोह में झारखंड विकास मोरचा में शामिल होंगे. उन्होंने कहा : बांधपाड़ा में उनके घर के सामने ही यह समारोह होगा, जिसमें एक हजार से अधिक कार्यकर्ता जेवीएम से जुड़ेगे. आनेवाले दिनों में अलग-अलग क्षेत्रों के और भी लोगों को जेवीएम से जोड़ा जायेगा.
उन्होंने कहा कि दुमका जिला ही नहीं पूरे संप में उन्होंने कांग्रेस संगठन को मजबूत करने तथा संताल आदिवासियों को कांग्रेस से जोड़ने का प्रयास किया था. संगठन काफी सशक्त भी हुई थी, लेकिन राज्य में झामुमो के साथ गंठबंधन से इस प्रयास पर पानी फिरता गया. हजारों समर्पित कार्यकर्ताओं की भावना का कुठाराघात किया गया.
सोनिया को भी कराया भावना से अवगत : प्रो मरांडी ने कहा कि उन्होंने 20 मार्च को कांग्रेस की अध्यक्षा सोनिया गांधी को अपनी भावना से अवगत कराया था. वे राहुल गांधी से भी मिले थे, लेकिन उनकी बातों का कोई जवाब पार्टी ने नहीं दिया. लिहाजा उन्होंने प्राथमिक सदस्यता के साथ-साथ सभी पदों से इस्तीफा दे दिया.
शिबू शारीरिक रुप से स्वस्थ नहीं, जेएमएम भी भटकी : प्रो मरांडी ने झारखंड मुक्ति मोरचा पर भी निशाना साधा और कहा कि शिबू सोरेन अब शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं. जो झामुमो पहले थी, वह रुप भी उस पार्टी का नहीं रहा. दारू-हड़िया और नोट से वोट की खरीद करने वाली यह पार्टी बन गयी है, जिसकी खिलाफत कर पार्टी चुनाव ही लड़ा करती थी. आज झामुमो से बढ़ा वोट का कोई खरीददार नहीं.
जेएमएम की सुन रही कांग्रेस, पार्टी नेताओं की नहीं : प्रो मरांडी ने कहा कि कांग्रेस का जेएमएम से क्या लगाव हो गया है, वे समझ नहीं पा रहे हैं. कांग्रेस में जेएमएम नेताओं की सुनी जा रही है, कांग्रेस के नेताओं की नहीं. राज्य में झारखंड मुक्ति मोरचा ही कांग्रेस को चला रही है. अपने संगठन के प्रति प्रदेश कांग्रेस गंभीर नहीं रही. झामुमो के घोषणा पत्र में कांग्रेस विरोधी बातें लिखे होने के बावजूद उसे जारी करने के दौरान कांग्रेसी नेताओं के शामिल रहने को उन्होंने आश्चर्यजनक बताया.
कुछ कार्यकर्ताओं ने भी छोड़ी पार्टी
मंगलवार को आधे दर्जन से अधिक सक्रिय कार्यकर्ता और पद धारकों ने पार्टी छोड़ दी. इनमें जिला संगठन सचिव बंदेलाल केशरी, नगर कोषाध्यक्ष रणजीत सिंह, जिला पिछड़ा प्रकोष्ठ के कार्यकारी अध्यक्ष अमित कुमार दे, मुन्ना सोरेन, सुधीर प्रसाद सिंह, विनय कुमार एवं अजय कुमार झा शामिल थे