इसमें शशि मिश्रा व उसके दो अज्ञात साथियों को आरोपित बनाया गया है. जिक्र है कि मजिस्ट्रेट मरीक शिवगंगा के पूर्वी घाट पर रविवार रात में पुलिस बलों के साथ ड्यूटी कर रहे थे.
उसी दौरान बिहार अंतर्गत बक्सर जिले के चौसा निवासी दुकानदार रामनारायण सिंह, मधुबनी जिले खिरहर निवासी विनीता देवी व अन्य दुकानदारों से अवैध वसूली की जा रही थी. इसकी सूचना जमुई जिले के मलयपुर कठवना निवासी रामचंद्र केसरी ने दी. उसी सूचना पर वे लोग आरोपितों को खदेड़ने लगे. खदेड़ने के क्रम में मजिस्ट्रेट व पुलिस बलों ने शशि को दबोच लिया, जबकि अन्य दो अज्ञात लोग भाग गये. मजिस्ट्रेट ने आरोप लगाया है कि तीनों आरोपित मारपीट का भय दिखाकर बाहर से आये दुकानदारों से रंगदारी वसूल रहे थे. पकड़े जाने पर शशि मिश्रा द्वारा मजिस्ट्रेट व पुलिस बलों को पेट्रोल छिड़ककर जान मारने की धमकी दी गयी थी. इस संबंध में नगर थाना कांड संख्या 451/17 भादवि की धारा 384, 387, 386, 504, 506, 34 के तहत मामला दर्ज कर पुलिस ने आरोपित शशि को कोर्ट में पेश कराया. कोर्ट के निर्देश पर शशि को नगर पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया.