देवघर: केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने पुनासी डैम के स्टेज टू का फॉरेस्ट क्लीयरेंस दे दिया है. क्लीयरेंस नहीं मिलने की वजह से पुनासी डैम में स्पील-वे का कार्य बंद था. क्लीयरेंस मिलते ही स्पील-वे के कार्य में प्रगति होगी और अब पुनासी जलाशय योजना के पूर्ण होने की सारी अड़चनें दूर हो गयी है.
पुनासी डैम चालू होने से देवघर व दुमका जिले में 50 हजार हेक्टेयर भूमि को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा. यह योजना चालू होने से देवघर, मोहनपुर, सारवां, सोनारायठाढ़ी व सरैयाहाट के किसानों को पानी मिलेगा.
पुनासी जलाशय से जुड़ेगी कई योजनाएं : इसके साथ ही राज्य सरकार ने पुनासी डैम से ही देवघर शहर में पेयजलापूर्ति के लिए 250 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया है, जबकि देवीपुर में निर्मित होने वाली एम्स को प्रतिदिन 20 लाख लीटर पानी व देवीपुर में प्रस्तावित चार हजार मेगावाट पावर प्लांट को भी पानी पुनासी डैम से ही आपूर्ति करने की योजना बनी है. इससे पहले पुनासी डैम स्टेज वन का फोरेस्ट क्लीयरेंस लंबे समय तक केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के पास लंबित था, गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे ने इस मामले को लेकर हाइकोर्ट में जनहित याचिका दायर की थी. उसके बाद हाइकोर्ट की निगरानी में स्टेज व स्टेज टू का फॉरेस्ट क्लीयरेंस दिया गया. 12 जुलाई को दिल्ली में केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की बैठक में स्टेज टू का क्लीयरेंस दिया गया. केंद्रीय सचिव ने झारखंड के जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव को पत्र भेजकर सूचित कर दिया है.