देवघर: लोकसभा चुनाव 2014 में पीठासीन पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किये जाने का देवघर कॉलेज, एएस कॉलेज एवं रमा देवी बाजला महिला कॉलेज के प्रोफेसर एवं लेरर ने पुरजोर विरोध किया है. बुधवार को प्राध्यापकों का शिष्टमंडल जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त अमीत कुमार से मिला. प्राध्यापकों ने कहा कि अब तक प्रोफेसर एवं लेरर को मजिस्ट्रेट अथवा पोलिंग मजिस्ट्रेट बनाया जाता था.
लेकिन, पहली बार हमलोगों को पीठासीन पदाधिकारी बनाया गया. यह हमलोगों के पद, वेतनमान एवं सम्मान के खिलाफ है. इसलिए हमलोगों की बातों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करते हुए पूर्व की तरह निर्वाचन से संबंधित कार्य दिया जाये. साथ ही वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग) की मनोदशा को ध्यान में रख कर निर्वाचन कार्यो क दायित्व दिया जाये. शिष्टमंडल की बातों को सुनने के बाद जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त ने भरोसा दिलाया कि सामूहिक स्तर पर बदलाव संभव नहीं है. व्यक्तिगत तौर पर अगर किन्हीं को समस्या है तो वो लिखित में दें.
उस पर अनिवार्य रूप से विचार किया जायेगा. इधर, देवघर कॉलेज के प्रो ललित देव ने कहा कि प्रशासनिक व्यवस्था से प्राध्यापकों में नाराजगी है. गुरुवार को कॉलेज खुलने के बाद उपायुक्त द्वारा दिये गये आश्वासन की समीक्षा होगी. इसके बाद आगे पहल की जायेगी. शिष्टमंडल में रमा देवी बाजला महिला कॉलेज के डॉ किसलय, एएस कॉलेज के डॉ अनिल झा, देवघर कॉलेज देवघर के प्रो ललित देव, डॉ विनोद कुमार सिन्हा, डॉ उपेंद्र सिंह, डॉ किरण पाठक, डॉ कमल किशोर सिंह, डॉ मनीष झा, डॉ मनोज कुमार सिन्हा, डॉ मनोज सिंह, डॉ सुंदर चरण मिश्र, डॉ शंभु मिश्र, डॉ डीडी सिंह, डॉ एनके सिंह, डॉ ओपी सिन्हा, डॉ एसएस झा आदि शामिल थे.