देवघर: लोक सभा निर्वाचन, 2014 को स्वच्छ, स्वतंत्र एवं शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए मतदान कर्मियों को दक्ष बनाने की कवायद जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है. कर्मियों को दक्ष बनाने के लिए जिला प्रशासन ने प्रशिक्षण की व्यवस्था की है. इसके लिए 50 कर्मियों को एक ग्रुप बनाया गया है. प्रशिक्षण को दो भागों में बांटा गया है. कई प्रखंडों में 20 मार्च से ही प्रशिक्षण शुरू भी हो गया है.
दो भागों में चल रहा है प्रशिक्षण
प्रशिक्षण को दो भागों में बांटा गया है. प्रथम भाग पीठासीन पदाधिकारी एवं पी-1 तथा दूसरे भाग में पी-2 और पी-3 के प्रशिक्षण की व्यवस्था है. 20़ मार्च को करौं एवं मारगोमुंडा प्रखंड में प्रशिक्षण हुआ.
22 मार्च को भी द्वितीय मतदान दल पदाधिकारी एवं तृतीय मतदान दल पदाधिकारी के लिए प्रशिक्षण आयोजित होगा. देवीपुर प्रखंड में 21 मार्च को पीठासीन पदाधिकारी एवं पी-1 तथा 22 मार्च को पी-2 एवं पी-3 के लिए प्रशिक्षण दिया गया. सारवां एवं सोनारायठाढ़ी प्रखंड के लिए सारवां प्रखण्ड मुख्यालय में पीठासीन पदाधिकारी एवं पी-1 के लिए 22 मार्च को तथा पी-2 एवं पी-3 के लिए 23 एवं 24 मार्च को चार सत्र में प्रशिक्षण दिया जायेगा. पालोजोरी प्रखंड मुख्यालय में 23 मार्च को पीठासीन पदाधिकारी एवं पी-1 एवं 24 तथा 25 मार्च को पी-2 एवं पी-3 के लिए चार सत्र में प्रशिक्षण आयोजित है.
सारठ के लिए प्रखंड मुख्यालय में 24 एव 25 मार्च को पीठासीन पदाधिकारी एवं पी-1 तथा पी-2 एवं पी-3 के लिए प्रशिक्षण और मधुपुर प्रखंड के लिए 26 एवं 27 मार्च को पीठासीन पदाधिकारी एवं पी-1 तथा पी-2 एवं पी-3 के लिए प्रशिक्षण आयोजित होगा. वहीं मोहनपुर प्रखंड के लिए प्रखंड मुख्यालय में 28 एवं 29 मार्च को पीठासीन पदाधिकारी एवं पी-1 तथा पी-2 एवं पी-3 के लिए तीन सत्र में प्रशिक्षण दिया जायेगा.
जिला स्तर पर देवघर प्रखंड के लिए पंचायत प्रशिक्षण केंद्र, देवघर में पीठासीन पदाधिकारी एवं पी-1 के लिए 30 मार्च से 4 अप्रैल तक चार सत्र में हॉल नं-1 में प्रशिक्षण आयोजित होगा. देवघर प्रखंड के पी-2 एवं पी-3 के लिए 30 मार्च से 1 अप्रैल तक पंचायत प्रशिक्षण संस्थान के हॉल नं-2 में तीन सत्र में प्रशिक्षण दिया जायेगा.