इटखोरी : पीएचसी में मरीजों के साथ लापरवाही बरतने का मामला प्रकाश में आया है. टीबी से पीड़ित गोरैया गांव निवासी रघु भुइंया को वर्ग वन की दवा की जगह वर्ग टू का इंजेक्शन दिया गया.
वह इंजेक्शन भी एक्सपायर्ड था. मामला तब प्रकाश में आया, जब रघु भुइंया ने इसकी सूचना संतोष सोनी को दी. लैब तकनीशियन ने बात बढ़ता देख इंजेक्शन (स्ट्रोप्टोमाइसिन) का रैपर फाड़ दिया. जानकारी के अनुसार स्ट्रोप्टोमाइसिन नामक इंजेक्शन टीबी से पीड़ित वर्ग टू के मरीज को दिया जाता है. इस संबंध में पीएचसी की डॉ सीमा प्रकाश ने कहा कि पीड़ित व्यक्ति को तत्काल इसकी शिकायत करनी चाहिए थी. रैपर फाड़े जाने के मामले की जांच की जायेगी.