चतरा : ग्रामोदय चेतना केंद्र में मंगलवार को शिक्षा का अधिकार अधिनियम को लेकर सेमिनार हुआ. मुख्य अतिथि राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य संजय मिश्र ने कहा कि चतरा उग्रवाद प्रभावित जिला है़ यहां शिक्षा व्यवस्था पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
उन्होंने सेमिनार के दौरान पंचायत प्रतिनिधियों की ओर से रखी गयी समस्याओं को शीघ्र दूर करने का निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिया़
शिक्षकों के प्रतिनियोजन से विद्यालयों में बाधित हो रही पढ़ाई को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने प्रतिनियोजन रद्द कराने की बात कही़ उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा राजस्थान से 22 बच्चों को छुड़ा कर वापस लाया गया़ श्री मिश्र ने कहा कि सरकारी विद्यालयों से ज्यादा निजी विद्यालयों की स्थिति बदतर है, जहां एक शिक्षक के भरोसे 75 बच्चे पढ़ते हैं.
अगले मार्च तक सभी विद्यालयों में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीइ एक्ट) शत प्रतिशत लागू कराया जायेगा़ उन्होंने कहा कि बच्चों को जमीन पर बैठाना अपराध है़ श्री मिश्र ने कहा कि जब आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चे ही नहीं रहेंगे, तो सीडीपीओ की क्या आवश्यकता है़ उन्होंने बाल मजदूरी व मानव तस्करी से संबंधित मामलों पर प्रकाश डाला़ जिले में शिक्षा की समस्या को दूर करने की बात कही. इस मौके पर विद्यालयों में व्याप्त समस्याओं पर चर्चा की गयी़ मौके पर अपर समाहर्ता इंद्रदेव मंडल, एसडीओ सतीश चंद्रा, सीडीपीओ मीना ठाकुर, शिक्षाविद दमयंती शाहा, ग्रामोदय चेतना केंद्र की सचिव सविता बनर्जी, बद्री प्रसाद वर्मा, मुखिया अमित चौबे आदि थे.
विद्यालय व आंगनबाड़ी केंद्रों का निरीक्षण किया : संजय मिश्र ने शहर के कई आंगनबाड़ी केंद्र व विद्यालयों का निरीक्षण किया़ उन्होंने सेविकाओं व शिक्षकों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का निर्देश दिया़
डीएसइ व एडीपीओ को फटकार
संजय मिश्र ने मंगलवार को हंटरगंज कस्तूरबा विद्यालय का औचक निरीक्षण किया़ इस क्रम में उन्होंने बच्चों से शिक्षा व भोजन से संबंधित जानकारी ली़ छात्राओं को ड्रेस नहीं दिये जाने पर डीएसइ व एडीपीओ को फटकार लगायी़.