मौके पर मेडिकल ऑफिसर्स एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को संबोधित करते हुए एडीजे राम बाबू गुप्ता ने कहा कि मानसिक विकार से पीड़ित व्यक्तियों की उपेक्षा न करें. उनकी भावनाओं एवं स्वभाव को समझें. उनके साथ प्रभावी ढंग से संवाद करने का प्रयास करें. उन्होंने कहा कि मानसिक रूप से पीड़ित व्यक्ति को भावनात्मक एवं सामाजिक सहयोग दें.
सीजेएम मधुरेश कुमार वर्मा ने कहा कि मानसिक विकार से पीड़ित लोगों का आत्मविश्वास बढ़ाने में उनका सहयोग करें. उनके जीवन में सकारात्मक सोच पैदा करने के लिए उनके जीवन में रूचियां पैदा करें. प्राधिकार के सचिव अमित कुमार वैश्य ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 10 अक्तूबर को मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है. मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे पर जागरूकता पैदा करना ही मानसिक स्वास्थ्य दिवस का मुख्य उद्देश्य है. इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ एजाज अशरफ ने भी अपने विचार व्यक्त किये. कार्यक्रम में मुख्य रूप से बाल संरक्षण समिति के तेजबल शुभम, डॉ अब्बास हुसैन, अधिवक्ता कोमल दास के अलावा सभी मेडिकल ऑफिसर्स , एएनएम व अन्य स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे.