सर्वोच्च न्यायालय व केंद्र सरकार ने नियमों की अनदेखी कर स्कूल बस चलाया जा रहा है. बस से स्कूल जानेवाले बच्चे अपने को असुरक्षित महसूस करते है. बस की सीटें फटी हुई है. लोहे के कील निकले है, खिड़की के शीशे टूटे हुए है. गेट का एक हिस्सा
Advertisement
जान जोखिम में डाल खटारा बस से स्कूल जाते हैं बच्चे
इटखोरी: क्षेत्र के बहुचर्चित शैक्षणिक संस्थान मुनम पब्लिक स्कूल का बस पुराना व खटारा हो गया है. इस स्कूल के बच्चे जान जोखिम में डाल कर खटारा बस से स्कूल जाते है. सर्वोच्च न्यायालय व केंद्र सरकार ने नियमों की अनदेखी कर स्कूल बस चलाया जा रहा है. बस से स्कूल जानेवाले बच्चे अपने को […]
इटखोरी: क्षेत्र के बहुचर्चित शैक्षणिक संस्थान मुनम पब्लिक स्कूल का बस पुराना व खटारा हो गया है. इस स्कूल के बच्चे जान जोखिम में डाल कर खटारा बस से स्कूल जाते है.
सर्वोच्च न्यायालय व केंद्र सरकार ने नियमों की अनदेखी कर स्कूल बस चलाया जा रहा है. बस से स्कूल जानेवाले बच्चे अपने को असुरक्षित महसूस करते है. बस की सीटें फटी हुई है. लोहे के कील निकले है, खिड़की के शीशे टूटे हुए है. गेट का एक हिस्सा
टूटा हुआ है.
सचिव ने कहा
इस संबंध में मुनम पब्लिक स्कूल के सचिव मतीनुल हसन ने कहा कि शैक्षणिक लेवल काफी ऊंचा किये, जिससे आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. अगले साल फरवरी माह तक नयी बस की व्यवस्था करेंगे. गरीब व मेधावी छात्रों का बोझ भी उठाना पड़ता है. साथ ही कई बच्चों की फीस भी माफ करनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि सभी तरह का लाभ एक साथ नहीं मिल सकता, बच्चों की फीस भी काफी कम है. हम ट्रेवलिंग में व्यापक स्तर पर सुधार करेंगे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement