बोकारो : जिला के बड़े अपराधियों और बाहर से आकर संगीन अपराध करने वाले अपराधियों पर नकेल कसने की तैयारी चल रही है. एसपी वाइएस रमेश व डीसी राय महिमापत रे संयुक्त रूप से संगीन अपराध में शामिल अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की दिशा में सक्रिय हैं. हत्या, लूट, चोरी, डकैती, गुंडा टैक्स वसूली जैसे संगीन अपराध में शामिल अपराधियों की सूची तैयार की जा रही है. उनके खिलाफ क्राइम कंट्रोल एक्ट व जिला बदर करने की कार्रवाई होगी.
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अपराधियों पर नकेल कसने की तैयारी
बोकारो : जिला के बड़े अपराधियों और बाहर से आकर संगीन अपराध करने वाले अपराधियों पर नकेल कसने की तैयारी चल रही है. एसपी वाइएस रमेश व डीसी राय महिमापत रे संयुक्त रूप से संगीन अपराध में शामिल अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की दिशा में सक्रिय हैं. हत्या, लूट, चोरी, डकैती, गुंडा टैक्स वसूली […]
शहनवाज के खिलाफ सीसीए की तैयारी : पुलिस की नजर में बोकारो के मोस्ट वांटेड अपराधी शहनवाज अहमद, आरजू मल्लिक, महादेव सिंह, बिहार के मोकामा जिला निवासी राजेश सिंह व उनके गैंग में शामिल अपराधी हैं. शहनवाज अहमद फिलहाल आर्म्स एक्ट के मामले में चास जेल में न्यायिक हिरासत में बंद हैं. शहनवाज अहमद के खिलाफ हरला, बालीडीह, माराफारी थाना में लगभग आधा दर्ज संगीन अपराध के मामले दर्ज हैं.
पुलिस को आशंका है कि शहनवाज जेल से बाहर निकलने के बाद फिर रेलवे ठेका के सिलसिले में व व्यवसायियों को धमकी देकर गुंडा टैक्स की वसूली करेगा. फलत: शहनवाज को जेल की सलाखों में ही बंद रखने के लिए पुलिस क्राइम कंट्रोल एक्ट के तहत कार्रवाई जुटी है.
तेनुघाट जेल में बंद आरजू पर लगा सीसीए
रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह व वीरेंद्र के साला की हत्या के आरोपित आरजू मल्लिक फिलहाल तेनुघाट जेल में बंद है. आरजू के खिलाफ भी माराफारी, हरला, बालीडीह व जरीडीह थाना में हत्या, जानलेवा हमला करने व रंगदारी मांगने के कई मामले दर्ज हैं. बोकारो पुलिस व जिला प्रशासन की अनुशंसा पर गृह विभाग ने आरजू मल्लिक पर सीसीए के तहत कार्रवाई करने की अनुमति दे दी है.
तेनुघाट जेल में बंद आरजू मल्लिक पर 15 दिनों पूर्व तीन माह तक की अवधि के लिये सीसीए लगाया गया है. सीसीए की अवधि पूरी होने के बाद इसे बढ़ाया भी जा सकता है. सीसीए लगने के बाद अब आरजू जमानत मिलने व केस में बरी होने के बाद भी जेल से बाहर नहीं निकल पायेगा.
जेल से बाहर रहने वाले अपराधी होंगे जिला बदर
अपराधियों पर नकेल कसने के लिए बोकारो पुलिस जेल से बाहर रहने वाले नामी अपराधियों के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई में जुट गयी है. इसके लिए जेल से बाहर रहने वाले जिला के लगभग एक दर्जन से अधिक कुख्यात अपराधियों व उनके गैंग में शामिल अपराधियों की सूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है. अपराधियों की सूची में उनका पूरा डाटा व अपराध का ब्यौरा शामिल किया गया है. उक्त सूची के आधार पर एसपी व डीसी लगभग एक दर्जन से अधिक नामी अपराधियों को जिला बदर करने की कार्रवाई करेंगे.
वर्चस्व की जंग में लवली का अंत
एसपी के अनुसार, चिह्नित अपराधियों के जिलाबदर करने की कार्रवाई लगभग एक सप्ताह से दस दिनों तक चलेगी. जिला बदर होने वाले अपराधियों की सूची में मुख्य रूप से बिहार के जिला मोकामा निवासी राजेश सिंह, शहनवाज अहमद व आरजू मल्लिक गैंग से जुड़े सदस्य भी शामिल हैं. राजेश सिंह ने रेलवे ठेका में गुंडा टैक्स वसूली को लेकर अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए रेलवे ठेकेदार लवली तिवारी की हत्या करवा दी थी. आरजू मल्लिक रेलवे ठेका में जीटी वसूली को ले वर्चस्व स्थापित करने के लिए रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र सिंह की हत्या करवा दी थी.
जेल में बंद नामी अपराधियों पर सीसीए लगाने की कार्रवाई की जा रही है. जेल से बाहर रहनेवाले अपराधियों को जिला बदर करने की कार्रवाई की जायेगी. अपराधियों की सूची व उनके अपराध का ब्यौरा एक दो दिनों में तैयार हो जायेगा.
वाइएस रमेश, एसपी, बोकारो.
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