बोकारो: कैंप दो स्थित जिला समाहरणालय में एनटीसीपी व सीड्स की ओर से धूम्रपान नियंत्रण अधिनियम पर कार्यशाला हुई. उद्घाटन डीसी राय महिमापत रे, सिविल सर्जन डॉ एस मुर्मू, एनटीसीपी नोडल डॉ राजश्री रानी व सीड्स के दीपक मिश्रा ने संयुक्त रूप से किया. डीसी श्री रे ने कहा : एनटीसीपी के तहत चल रहे […]
बोकारो: कैंप दो स्थित जिला समाहरणालय में एनटीसीपी व सीड्स की ओर से धूम्रपान नियंत्रण अधिनियम पर कार्यशाला हुई. उद्घाटन डीसी राय महिमापत रे, सिविल सर्जन डॉ एस मुर्मू, एनटीसीपी नोडल डॉ राजश्री रानी व सीड्स के दीपक मिश्रा ने संयुक्त रूप से किया. डीसी श्री रे ने कहा : एनटीसीपी के तहत चल रहे अभियान में तेजी लायें. किसी भी हाल में सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान करने वाले लोगों को बख्शे नहीं.
धूम्रपान मुक्त समाज बनाने का लक्ष्य निर्धारित करें. सीएस डॉ मुर्मू ने कहा : तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत तंबाकू नियंत्रण अधिनियम की धारा चार के तहत सार्वजनिक स्थलों पर धूम्रपान प्रतिबंधित है. सभी कार्यालय भी सार्वजनिक स्थल की श्रेणी में आतें है. सभी को धूम्रपान व तंबाकू मुक्त क्षेत्र घोषित किया जाना है. धारा छह के तहत सभी शिक्षण संस्थानों के 100 गज के दायरे में, नाबालिगों द्वारा तंबाकू के क्रय व विक्रय पर प्रतिबंध हैं.
प्रदेश में 50.1 प्रतिशत महिला-पुरुष करते हैं तंबाकू का सेवन : डॉ रानी ने जिले में तंबाकू विरोधी अभियान की जानकारी दी. सीड्स के दीपक मिश्रा ने बताया : तंबाकू जनित रोगों से प्रतिवर्ष भारत में लगभग 12 लाख लोगों की मौत हो जाती है. ग्लोबल एडल्ट टोबेको सर्वे के अनुसार प्रदेश में 50.1 प्रतिशत युवा (महिला व पुरुष) किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करते है.
सिगरेट व अन्य तंबाकू उत्पादों से कैंसर, हृदय रोग, फेफड़ों सहित दर्जनों प्रकार की बीमारी होती है. इस बीमारी से होने वाली असामयिक मृत्यु से परिवार बिखरता है. कार्यशाला में एनसीडी सहायक आरती मिश्रा, डीएफएलओ मुकेश कुमार सहित विभिन्न प्रखंडों के एमओ आइसी व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे.