17.5 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

कूड़ेदान में तब्दील हुए चास के मुख्य तालाब

चास: चासवासी जल संकट से दशकों से जूझ रहे है. इसके बाद भी चास में नदी व तालाब को साफ कराने के दिशा में कभी किसी स्तर से प्रयास नहीं किया गया. कहने को तो चास दो दर्जन से अधिक बड़े-बड़े तालाब हैं, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण सभी तालाब मौसमी बन गये हैं. […]

चास: चासवासी जल संकट से दशकों से जूझ रहे है. इसके बाद भी चास में नदी व तालाब को साफ कराने के दिशा में कभी किसी स्तर से प्रयास नहीं किया गया. कहने को तो चास दो दर्जन से अधिक बड़े-बड़े तालाब हैं, लेकिन प्रशासन की उदासीनता के कारण सभी तालाब मौसमी बन गये हैं. अधिकांश तालाबों का जल क्षेत्र सात एकड़ से अधिक है. बावजूद इसके अधिकांश तालाब जनवरी तक सूख जाते हें.
नगर निगम भी नहीं है गंभीर : चास नगर निगम प्रत्येक माह सफाई के नाम पर करीब 40 लाख रुपये खर्च करता है. लेकिन तालाब की सफाई कराने के प्रति गंभीर नहीं है. यहां तक तो नगर निगम के सफाई कर्मी भी वार्ड क्षेत्रों से निकलने वाले कचरा को तालाब के किनारे फेंक देते है. बारिश होते ही तालाब के किनारे फेंका गया कचरा तालाब में चल जाता है. इस वजह से तालाब दूषित तो होता ही है, साथ ही वह भरने भी लगता है.
पुराना बांध रामनगर का बदल गया स्वरूप
चास राम नगर कॉलोनी का पुराना बांध का स्वरूप प्रशासनिक उदासीनता के कारण बदलता जा रहा है. फिलहाल पुराना बांध में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. तालाब के अंदर चारों ओर से जंगली घास का साम्राज्य स्थापित हो गया है. करीब सात एकड़ में फैले चास के पुराना बांध में आधा दर्जन से अधिक कॉलोनियों का पानी प्रवेश करता है. इस कारण पानी से दुर्गंध निकल रहा है. अगर यही स्थिति रहा तो चास का पुराना बांध फुटबॉल मैदान बन जायेगा.
अतिक्रमण का शिकार होता जा रहा भोलूर बांध
चास पुराना बाजार का भोलूर बांध सबसे पुराने तालाबों में से एक है. इन दिनों भोलूर बांध की काफी जमीन का अतिक्रमण कर लिया गया है. गत दिनों चास सीओ की रिपोर्ट में करीब एक एकड़ भूमि कब्जा होने की बात कही गयी है. ऐसे भी भोलूर बांध के जल क्षेत्र की स्थिति काफी खराब है. साफ-सफाई के नहीं होने से पानी से दुर्गंध निकलता है. इस वजह से आस-पास रहने वाले लोग अपने घर का खिड़की-दरवाजा बंद कर रखते हैं.
क्या हैं हालात
दूषित हो गया है सोलागीडीह तालाब का पानी
चास जोधाडीह मोड़ स्थित सोलागीडीह तालाब काफी दिनों से अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. सोलागीडीह तालाब करीब सात एकड़ 43 डिसमिल क्षेत्र में है. फिलहाल तालाब में गंदगी का साम्राज्य स्थापित हो गया है. इस कारण तालाब का पानी दूषित हो चुका है. इस तालाब के आस-पास करीब 30 हजार लोग रहते है. सभी के घरों में लगा चापाकल व तालाब का जलस्तर इस तालाब पर निर्भर है. लेकिन इधर दस वर्षों से गरमी में जल संकट उत्पन्न हो जाता है.
सिगारीजोरिया पर भू-माफियाओं का कब्जा
चास के बीचो-बीच होकर बहने वाली सिंगारी जोरिया का हाल खस्ता है. फिलहाल सिंगारी जोरिया की जमीन पर भू-माफिया की नजर लग गयी है. इस कारण आज सिंगारी जोरिया नाला के स्वरूप में आ गया है. भू-माफिया जोरिया की भूमि को हड़पने के लिए हमेशा ही नया-नया तरीका अपनाते है. फिलहाल शहर के निकलने वाले कचरा को भी सिंगारी जोरिया में डाला जाता है. वहीं चास मेन रोड फल मंडी का निकलने वाला कचरा को प्रतिदिन फेंका जाता है.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें