बोकारो: दिल्ली में आप की हवा चलने के बाद पूरे देश में सदस्यता अभियान जोरों पर है. बोकारो भी इससे अछूता नहीं है. कई सार्वजनिक जगहों पर स्टॉल लगा कर आप अपनी सदस्यता ग्रहण करा रहा है, तो कोई एसएमएस से ही सदस्य बन रहे हैं.
सवालों से रूबरू होना होगा : सदस्यता अभियान के उफान से लोग यह सवाल करने लग रहे हैं कि आखिर पार्टी की टोपी तो लोग पहन लेंगे, पर इसका चेहरा कौन होगा? कौन होगा आप पार्टी का लोकसभा उम्मीदवार? क्या वह कोई आम आदमी होगा या फिर कोई मजा हुआ नेता? इस बीच ऐसे आम लोग जो आप से काफी प्रभावित हैं.
चाहते हैं कि आप से जुड़ें और दिल्ली की तरह झारखंड की भी राजनीतिक तकदीर बदल दें. पार्टी की टिकट लेने के लिए खुले तौर पर एलान तो नहीं कर रहे, पर मीठे सपनों के भंवर में जरूर फंसे हैं. वहीं ऐसे नेता जो अब-तक साफ छवि वाले समङो जाते रहे हैं, वो मन ही मन आप में चांस लेने को आतुर हैं. फिलवक्त करीब 50,000 लोगों ने आप की सदस्यता ले लिया है.
‘आप’ का दिल्ली चक्कर : बोकारो में आप की जितनी भी जाप कर ली जाय, फैसला दिल्ली दरबार में ही होना है. लिहाजा दिल्ली की दूरी कम करते लगातार आप कार्यकर्ता दिल्ली का चक्कर काट रहे हैं. दिल्ली जाने वालों की फेहरिस्त में कुछ ऐसे भी हैं, जिन्होंने सदस्यता तो नहीं ली है पर आप से जुड़ने या कहा जाये कि आप का चेहरा बनने की खातिर सारी माथा-पच्ची कर रहे हैं. रही-सही भी करने को तैयार हैं. इनमें ज्यादातर ऐसे लोग हैं जिन्हें पूरी उम्मीद है कि अपनी पुरानी पार्टी के साथ जिससे वो जुड़े हैं. पूरी ईमानदारी के बाद भी टिकट नहीं मिलने वाली है.