बोकारो: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसइ) की बाहरवीं बोर्ड परीक्षा हर स्टूडेंट के लिए महत्वपूर्ण है. 2014 के परीक्षा का कार्यक्रम जारी हो गया है. इसलिए ऐसी कोई भी त्रुटि से बचना चाहिए, जो जिंदगी भर कचोटती रहे.
ऐसे में आप चाहें 10वीं में हों या 12वीं में, बोर्ड के इस चक्रव्यूह को तोड़ने के लिए कमर कस लें. कारण, नंबर कम आये तो कई महत्वपूर्ण कंपीटीशन देने से वंचित हो जायेंगे. कहने का आशय है कि थोड़ी-सी लापरवाही सपने पर पानी फेर सकती है. इसलिए एक स्मार्ट स्ट्रेटेजी बना कर टाइम टेबुल के अनुसार अभी से तैयारी शुरू कर देंगे तो बोर्ड एग्जाम के समय तक सब्जेक्ट पर बढ़िया पकड़ बनाकर बेहतर मार्क्स ला सकते हैं. कॅरियर की दृष्टि से या फिर हायर एजुकेशन में, 12वीं के अंक भविष्य की स्ट्रेटजी तय करते हैं.
अब तो 12 वीं बोर्ड की परीक्षा कॅरियर के लिए महत्वपूर्ण हो गयी है. इसमें मिले अंक कॅरियर की दिशा और दशा निर्धारित करते हैं. अधिकांश स्टूडेंट्स बारहवीं के बाद चिकित्सा, इंजीनियरिंग व एनडीए जैसी परीक्षाओं के लिए आवेदन करते हैं. ऐसे में बारहवीं बोर्ड में आपका परफॉर्मेंस कॅरियर का डिसाइिडंग फैक्टर बन गया है. प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा लेने की इलिजिबिलिटी से लेकर मेरिट तक में 10वीं व12वीं में किया यही प्रदर्शन पूरा असर डालता है. इंटरव्यू हो या फिर आइआइएम, आइआइटी जैसे संस्थान में एडमिशन, हर जगह बोर्ड परीक्षा के अंकों को वेटेज दिया जाता है.