बोकारो: बोकारो के लोगों में डिप्रेशन का मर्ज लगातार बढ़ता जा रहा है. आंकड़ों की माने तो हर दिन 12-15 नये डिप्रेशन के मरीज बीजीएच में मनोचिकित्सक से संपर्क कर रहे हैं. मनोचिकित्सक भी मानते हैं कि समय के साथ लोगों पर मानसिक बोझ बढ़ा है.
इसकी श्रेणी में हर आयु वर्ग के लोग आ रहे हैं. पहले उम्रदराज लोगों में डिप्रेशन की शिकायत थी, पर अब यह बच्चों में भी दिख रहा है. इस बीमारी के कारण आत्महत्या की प्रवृत्ति बढ़ी है.
इसका ताजा उदाहरण कसमार में देखने को मिला. विभा (काल्पनिक) ने मैट्रिक की परीक्षा परिणाम खराब होने पर आत्महत्या की कोशिश की. बच्चे खास कर सायकोटिक डिप्रेशन के शिकार होते हैं. इसमें बच्चा कोई बात अपने दिल में बैठा लेता है.