चंद्रपुरा: सीटीपीएस में बिजली उत्पादन के लिये मात्र दो दिन के कोयले का स्टॉक शेष बचा है़ सूचना है कि जिला प्रशासन इस मुद्दे पर 22 अक्तूबर को ट्रांसपोर्टरों के साथ बैठक कर मामले का समाधान के उपाय निकालेगी. यदि दो दिन के अंदर सड़क मार्ग से कोयले की ट्रांसपोर्टिंग चालू नहीं हुई तो एक साथ प्लांट की चल रही कई यूनिटें बैठ जायेंगी.
ऐसा होने पर रेलवे, सेल, बीसीसीएल, सीसीएल, एसआरयू सहित यहां से जेएसईबी के कई सबस्टेशनों में बिजली आपूर्ति ठप हो जायेगी. प्रबंधन ने इस स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन से भी गुहार लगायी है कि कोयले व छाई की ट्रांसपोर्टिंग को चालू कराने में मदद करें.
ज्ञात हो कि 25 सितंबर से यहां छाई व कोयले की रोड ट्रांसपोर्टिंग बंद होने से प्रबंधन को पिछले 25 दिनों से कोल यार्ड में जमा कोयले से ही प्लांट की यूनिटें चलानी पड़ रही हैं. उसे प्रतिदिन 13 हजार मीट्रिक टन कोयले की जरूरत पड़ती है. प्लांट के परियोजना प्रमुख बीएन सिंह ने बताया कि प्लांट की यूनिटों को पिछले 15 दिनों से किसी तरह चला लिया गया, मगर अब उसे नहीं चलाया जा सकता. परियोजना प्रमुख श्री सिंह ने बताया कि इस यार्ड में लगभग दो लाख मीट्रिक टन कोयला रहता था जो अब घटकर मात्र 20 से 25 हजार मीट्रिक टन शेष रह गया है इससे दो दिन तक ही उत्पादन का काम हो सकता है.