बोकारो: ऑल इंडिया केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर शुक्रवार को बोकारो जिला केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन से जुड़े चास-बोकारो के लगभग 600 दवा दुकानों में ताला लटका रहा. जबकि हड़ताल में रोगियों को दिक्कत न हो. इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर नर्सिग होम में संचालित दवा दुकानें खुली रही.
इस कारण लगभग 80 दवा दुकानें खुली रही. मरीजों के परिजनों को दवा के लिए भटकना नहीं पड़ा. जबकि हड़ताल के कारण हर दिन लगभग 80 लाख के होने वाले दवा कारोबार पर असर पड़ा. हालांकि शाम सात बजे के बाद दवा दुकानें खोल दी गयी.
हड़ताल को सफल बनाने में अध्यक्ष एनएच दुबे, महासचिव सुजीत चौधरी, कोषाध्यक्ष प्रेम कुमार सिंह, सुभाष चंद्र मंडल, निसार आलम, रंजीत जायसवाल, उमेश सिंह, सितेश सिंह, गिरिशदेव सिन्हा, जगदीश प्रसाद, सुमंत पांडेय, संजय, शैलेंद्र, राजीव सिंह, रमेश श्रीवास्तव, अवनिश, धमेंद्र तिवारी, पदम जैन, शैलेंद्र सिन्हा, एबी दूबे, रामविलास मंडल, राकेश, झुनझुन, प्रभात रंजन आदि शामिल हैं.
फार्मासिस्ट की दुकानों पर मिली दवा : दूसरी ओर फार्मासिस्ट एसोसिएशन की बोकारो शाखा के भुनेश्वर गोराई, विनय कुमार भारती, विनय कुमार शर्मा, राजकिशोर यादव आदि ने एक बयान जारी कर कहा है कि जिले में फार्मासिस्टों द्वारा चलाये जा रहे दवा दुकानों में दवा की बिक्री की गयी. लोगों को मांग के अनुसार दवा उपलब्ध कराया गया.